उत्तर प्रदेश में आंधी-बारिश ने मचाई तबाही, 51 लोगों की मौत, राहत कार्य तेज़

उत्तर प्रदेश में तेज आंधी-बारिश ने मचाई तबाही, 51 लोगों की मौत। मुख्यमंत्री योगी ने राहत कार्य तेज करने और नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दिए।

उत्तर प्रदेश में आंधी-बारिश ने मचाई तबाही, 51 लोगों की मौत, राहत कार्य तेज़

उत्तर प्रदेश में बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक तेज आंधी और बारिश ने व्यापक तबाही मचाई। प्रदेश के लगभग सभी क्षेत्रों में आई इस प्राकृतिक आपदा में कुल 51 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हुए। आंधी के कारण पेड़, बिजली के पोल और दीवारें गिर गईं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।

बुलंदशहर में 89 किमी प्रति घंटे और मेरठ में 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलीं। आगरा, अलीगढ़ और प्रदेश के पूर्वी इलाकों में भी हवाओं की गति 50 से 80 किमी प्रति घंटे तक रही। कई स्थानों पर कच्चे मकानों की टिन की छतें उड़ गईं।

राजधानी लखनऊ सहित अवध क्षेत्र के 12 जिलों में देर रात तेज आंधी और बारिश हुई। अंबेडकरनगर के कुसुमखोर गांव में बिजली गिरने से अजय सिंह उर्फ गुड्डू (48) की मौत हो गई। अमेठी के मैंझार गांव में दीवार गिरने से सीतापति (59) और अयोध्या के रुदौली की सूर्यकला (55) की जान चली गई।

ब्रज क्षेत्र में 17 लोगों की मौत हुई, जिसमें आगरा में तीन, कासगंज में छह (चार महिलाएं), एटा में पांच, फिरोजाबाद में दो महिलाएं, टूंडला में एक बच्चा शामिल हैं। बंदायूं के बिल्सी में दीवार के नीचे दबकर एक महिला की मौत हुई, जबकि मुरादाबाद में एक महिला छत से गिरकर जान गंवा बैठी।

कानपुर और आसपास के क्षेत्रों तथा बुंदेलखंड में कुल 22 मौतें हुईं। इनमें फतेहपुर में पांच, औरैया में चार, कानपुर और कन्नौज में तीन-तीन, इटावा व कानपुर देहात में दो-दो, झांसी में दो और चित्रकूट में एक व्यक्ति की मौत हुई।

आजमगढ़ के अतरौलिया, हाथरस और अलीगढ़ में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। मेरठ में एक और बागपत में दो लोगों की जान गई।

अभी और बारिश

लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को प्रदेश के 65 से अधिक जिलों में तेज हवाएं और बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं बिजली गिरने की भी आशंका है। उन्होंने बताया कि अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र के उत्तर की ओर बढ़ने के कारण शनिवार से बारिश की तीव्रता और क्षेत्र में और विस्तार होगा। इससे तापमान में गिरावट आने से लोगों को कुछ राहत मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने दिए राहत कार्यों के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रभावित जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी स्वयं क्षेत्रों का भ्रमण कर नुकसान का सर्वे करें और राहत राशि का शीघ्र वितरण सुनिश्चित करें। घायलों का समुचित इलाज कराया जाए और फसल क्षति का आकलन कर रिपोर्ट शासन को भेजी जाए ताकि आगे की कार्यवाही की जा सके।