बैलगाड़ी में निकली बारात, कांकेर के मुसुरपुट्टा गांव में अनोखी शादी बनी चर्चा का विषय
कांकेर जिले के मुसुरपुट्टा गांव में टकेंद्र की बारात बैलगाड़ी से निकाली गई, जिससे परंपरा और सादगी दोनों का संदेश मिला और यह शादी चर्चा का विषय बन गई।

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के मुसुरपुट्टा गांव में एक अनोखी शादी देखने को मिली, जिसने सभी का ध्यान खींचा। जहां आज के दौर में बारातें महंगी गाड़ियों में निकलती हैं, वहीं इस शादी में बारात बैलगाड़ी में निकाली गई। यह अनोखी पहल गांव के एक किसान परिवार ने की, जहां युवक टकेंद्र की शादी खजरावन गांव की सावित्री से तय हुई थी।
परिवार ने निर्णय लिया कि आधुनिकता की दौड़ में अपनी परंपराओं को न भूलते हुए बारात बैलगाड़ी से निकाली जाए। इस कदम से न केवल परंपरा जीवित रही, बल्कि शादी का खर्च भी कम हुआ। शादी समारोह में डीजे का इस्तेमाल भी किया गया, लेकिन बैलगाड़ी में बारात निकलने की चर्चा पूरे इलाके में बनी रही। यह शादी आधुनिकता और परंपरा के अनोखे मेल का प्रतीक बन गई।