अवनि लेखरा ने जीता गोल्ड, दुबई पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप में भारत का दमखम

दुबई में आयोजित पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप 2025 में भारत की अवनि लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता, देश का गौरव बढ़ाया।

अवनि लेखरा ने जीता गोल्ड, दुबई पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप में भारत का दमखम

संयुक्त अरब अमीरात के अल ऐन, दुबई में आयोजित पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप 2025 में भारत की पैरा निशानेबाज अवनि लेखरा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए महिला 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। यह जीत न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए एक और बड़ी उपलब्धि है, बल्कि भारत के लिए भी गौरव का क्षण है।

अवनि लेखरा ने पूरे प्रतियोगिता के दौरान बेहतरीन नियंत्रण और सटीक निशानेबाजी का प्रदर्शन किया। फाइनल राउंड में उन्होंने स्वीडन की अन्ना बेसनन को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया, जबकि थाईलैंड की वान्निपा ल्यूंगविलाई ने कांस्य पदक जीता। अवनि की जीत से भारतीय पैरा शूटिंग टीम का मनोबल और ऊँचा हुआ है।

महिला वर्ग के साथ-साथ पुरुषों की मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल SH1 स्पर्धा में भी भारत ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया। इस श्रेणी में आकाश ने 223.1 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया, जबकि उनके साथी संदीप कुमार ने रजत पदक हासिल किया। दोनों खिलाड़ियों ने पूरे फाइनल मुकाबले में शानदार तालमेल और मानसिक दृढ़ता का परिचय दिया।

टीम स्पर्धा में भी भारत ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। आकाश, संदीप कुमार और रुद्रांश खंडेलवाल की जोड़ी ने टीम इवेंट में रजत पदक हासिल किया। टीम इंडिया मामूली अंतर से ईरान से पीछे रही, जिसने स्वर्ण पदक जीता।

अवनि लेखरा का यह प्रदर्शन उनके निरंतर समर्पण और उत्कृष्ट प्रशिक्षण का परिणाम है। उन्होंने पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का नाम रोशन किया है, जिनमें पैरालंपिक स्वर्ण पदक भी शामिल है। उनके इस प्रदर्शन ने एक बार फिर साबित किया कि भारतीय पैरा निशानेबाज किसी भी स्तर की प्रतिस्पर्धा में शीर्ष पर पहुंचने की क्षमता रखते हैं।

इस टूर्नामेंट में भारत के कुल पदकों की संख्या अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक रही। भारतीय निशानेबाजों के इस प्रदर्शन ने देश में पैरा स्पोर्ट्स के प्रति जागरूकता और उत्साह को नई दिशा दी है। दुबई में भारतीय खिलाड़ियों की यह सफलता “कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और अनुशासन” की प्रेरक मिसाल बन गई है।