मुरादाबाद में बड़ा जमीन घोटाला: खतौनी से करोड़ों का खेल, 800 हेक्टेयर का रकबा 5800 पहुंचाया, अफसर भी हैरान

लाकड़ी फाजलपुर गांव में जमीन से जुड़ा एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। गांव की रियल टाइम खतौनी में 40 हजार से ज्यादा गाटे दर्शाए गए हैं, जिनका कुल रकबा 5879 हेक्टेयर है,

मुरादाबाद में बड़ा जमीन घोटाला: खतौनी से करोड़ों का खेल, 800 हेक्टेयर का रकबा 5800 पहुंचाया, अफसर भी हैरान

लाकड़ी फाजलपुर गांव में जमीन से जुड़ा एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। गांव की रियल टाइम खतौनी में 40 हजार से ज्यादा गाटे दर्शाए गए हैं, जिनका कुल रकबा 5879 हेक्टेयर है, जबकि खतौनी में कुल 5811 गाटे और रकबा 802 हेक्टेयर है। इस अंतर को देख अधिकारी भी हैरान हैं। गांव में तहसील की मिलीभगत से लगातार फर्जी इन्द्राज कराने की आशंका जताई जा रही है।

रियल टाइम खतौनी में गांव के गाटों में गाटा संख्याओं के आगे डॉट डॉट, सेमीकॉलन जैसे स्पेशल कैरेक्टर लगाकर फर्जी गाटे बनाकर करोड़ों का खेल किया जा रहा है। ऐसे सभी गाटों के इन्द्राज पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने जांच कमेटी गठित की है।

इसमें सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव, एसडीएम सदर डॉ. राम मोहन, बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी व भोजपुर के नायब तहसीलदार को शामिल किया गया है। समिति को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। राजस्व अभिलेखागार के प्रभारी अधिकारी को भी आदेश दिए गए हैं कि लाकड़ी फाजलपुर से संबंधित सभी मूल अभिलेखों को चिह्नित कर जांच कमेटी को उपलब्ध कराएं।

इससे पहले लाकड़ी फाजलपुर की 120 एकड़ जमीन को मनोहरपुर में जोड़ने का घोटाला सामने आया था। दोनों मामलों में डीएम ने उन अधिकारियों व कर्मचारियों को चिह्नित करने के भी निर्देश दिए हैं, जिनके समय में यह घोटाला हुआ था। शासन को इसकी रिपोर्ट लगातार भेजी जा रही है।
प्रशासन की जांच में सामने आया है कि कुछ लोगों ने धोखाधड़ी से सरकारी भूमि पर दाखिल खारिज कराया है। इससे आम लोगों को आर्थिक नुकसान हो रहा है, जबकि कुछ रसूखदार लोग फर्जीवाड़ा कर लोगों को लूट रहे हैं। जमीनों को सरकारी दस्तावेजों में दर्ज कराने के बाद प्रशासन ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगा।
समाज कल्याण अधिकारी और आरोपी बाबू के खिलाफ होगी कार्रवाई 

सरकारी जमीन पर मकान खड़ा करने वाले समाज कल्याण विभाग के बाबू के खिलाफ डीएम ने शासन को रिपोर्ट भेजी है। इसमें समाज कल्याण अधिकारी की भी जिम्मेदारी तय की गई है। डीएम ने शासन को भेजी गई रिपोर्ट में लिखा है कि बाबू ने फर्जीवाड़ा किया और अधिकारी ने इस मामले से प्रशासन को अवगत नहीं कराया। अब अधिकारी व बाबू दोनों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। ज्ञात हो कि बाबू ने 800 वर्ग मीटर सरकारी जमीन पर अपना निजी आवास बना लिया था। 

लाकड़ी फाजलपुर गांव के गाटों में तहसील की मिलीभगत से बड़े फर्जीवाड़े की आशंका है। इस मामले की जांच कराई जा रही है। एक सप्ताह में सब स्पष्ट हो जाएगा। जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी - अनुज सिंह, डीएम, मुरादाबाद

चारागाह की 100 बीघा भूमि पर कब्जा कर बो दी फसल

अगवानपुर में चारागाह की भूमि पर अवैध कब्जा कर गन्ना, गेहूं और लेहटे की फसलें उगाई जा रही है। इससे कान्हा गोशाला के पशुओं के लिए चारे का संकट पैदा हो गया है। गोशाला प्रबंधन को पशुओं के लिए महंगा चारा खरीदना पड़ रहा है। पिछले वर्ष ही प्रशासन ने अभियान चलाकर चारागाह की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया था। लेकिन अब फिर से जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया है।  

राजस्व महकमे ने पिछले साल अभियान चलाकर करीब 200 बीघा जमीन को कब्जा मुक्त कराया था। विभाग ने यहां सीमेंट के पिलर खड़े कर दिए थे। इसी 200 बीघा में से 140 बीघा जमीन अगवानपुर नगर पंचायत को दी गई थी। ताकि गोशाला के पशुओं के लिए चारे की बुवाई हो सके। लेकिन स्थानीय लोगों ने पिलर को हटाकर जमीन पर फिर से कब्जा कर लिया और फसल की बुवाई कर दी।