सीमा सुरक्षा की ज़िम्मेदारी सिर्फ सेना की नहीं, हम सबकी है: राज्यपाल

दरभंगा में आयोजित सीमा सुरक्षा सेमिनार में राज्यपालों ने नागरिकों से सतर्क रहने और घुसपैठ रोकने की जिम्मेदारी साझा करने की अपील की।

सीमा सुरक्षा की ज़िम्मेदारी सिर्फ सेना की नहीं, हम सबकी है: राज्यपाल

दरभंगा के लहेरियासराय प्रेक्षागृह में "सीमा सुरक्षा: हम सब की जिम्मेदारी" विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन हुआ, जिसमें बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेश बैस ने संयुक्त रूप से भाग लिया। इस आयोजन में उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की और नागरिकों को अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।

अपने संबोधन में दोनों राज्यपालों ने कहा कि देश की सुरक्षा केवल सेना की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक को सतर्क रहकर अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब सैनिक सरहद पर अपनी नींद कुर्बान करते हैं, तब ही हम सुरक्षित रहते हैं। ऐसे में आंतरिक सुरक्षा में नागरिकों की भागीदारी बेहद ज़रूरी है।

राज्यपालों ने अवैध घुसपैठ की समस्या को उजागर करते हुए कहा कि कुछ लोग चोरी-छिपे सीमा पार कर देश में प्रवेश कर लेते हैं और नकली पहचान पत्र बनवाकर नागरिक बन जाते हैं। यह हमारी सुरक्षा, संस्कृति और सभ्यता के लिए बड़ा खतरा है।

उन्होंने अपील की कि नागरिक ऐसे संदिग्ध लोगों पर नज़र रखें और किसी भी जानकारी को तत्काल पुलिस या नजदीकी थाने में साझा करें। उन्होंने कहा, "भारत कोई धर्मशाला नहीं है जहाँ कोई भी बिना अनुमति के प्रवेश करे। हमें सीमाओं के साथ-साथ देश के भीतर भी सजग रहना होगा।"

इस सेमिनार में बड़ी संख्या में बुद्धिजीवियों, छात्रों, प्रशासनिक अधिकारियों और आम नागरिकों की भागीदारी रही, जिससे यह आयोजन सफल और प्रभावशाली बन गया।