एनसीसी के साहसी कैडेट्स ने फहराया माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा, 19 साल की औसत उम्र में रचा इतिहास
एनसीसी के युवा कैडेट्स ने 19 साल की औसत उम्र में माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराकर रचा इतिहास, कठिन प्रशिक्षण और देशभक्ति ने दिलाई सफलता।

राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) का माउंट एवरेस्ट अभियान दल 18 मई को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर सफल चढ़ाई के बाद स्वदेश लौट आया। कल नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कैडेट कोर मुख्यालय में इस दल के साहसी सदस्यों का भव्य स्वागत किया गया। इस अभियान में शामिल कैडेट्स की औसत आयु मात्र 19 वर्ष थी, जो इस उपलब्धि को और भी प्रेरणादायक बनाता है।
इस दल ने कठिन मौसम, बर्फीली हवाओं और ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी रास्तों को पार करते हुए माउंट एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहराया। आकाशवाणी समाचार से बातचीत में कैडेट कृतिका शर्मा ने बताया कि इस मिशन की तैयारी बीते दो वर्षों से हो रही थी, जिसमें उन्हें कठोर प्रशिक्षण और शारीरिक सहनशक्ति की कसौटियों से गुजरना पड़ा। उन्होंने इसे "एक सपना जो अब सच हो गया" की संज्ञा दी।
एक अन्य एनसीसी कैडेट मोहित कंथिया ने कहा कि राष्ट्रध्वज को एवरेस्ट पर फहराने की इच्छा ने उन्हें हर चुनौती का सामना करने की ताकत दी। उनका उत्साह और देशभक्ति अभियान की ऊंचाईयों के समान ही प्रेरणास्पद रही। इस अभियान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 3 अप्रैल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
यह उपलब्धि न केवल एनसीसी की क्षमताओं का प्रतीक है, बल्कि यह देश के युवाओं के साहस, संकल्प और राष्ट्रप्रेम का एक जीवंत उदाहरण भी है। एनसीसी के ये कैडेट आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बन चुके हैं।