भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति को लेकर अंतरराष्ट्रीय समर्थन अभियान तेज, शशि थरूर और रविशंकर प्रसाद ने निभाई अहम भूमिका

भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति को वैश्विक समर्थन दिलाने के लिए सर्वदलीय शिष्टमंडलों का दौरा, शशि थरूर और रविशंकर प्रसाद की अंतरराष्ट्रीय नेताओं से प्रमुख मुलाकातें।

भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति को लेकर अंतरराष्ट्रीय समर्थन अभियान तेज, शशि थरूर और रविशंकर प्रसाद ने निभाई अहम भूमिका

भारत की आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और सख्त रुख को वैश्विक मंच पर मजबूत समर्थन दिलाने के लिए सात सर्वदलीय शिष्टमंडल विदेश दौरे पर भेजे गए थे। इनमें से पांच दल अब तक स्वदेश लौट आए हैं, जबकि दो अभी भी अंतरराष्ट्रीय दौरे पर हैं। इन दलों ने विभिन्न देशों के राजनेताओं, अधिकारियों, बुद्धिजीवियों, मीडिया और प्रवासी भारतीय समुदाय से संवाद कर आतंकवाद के विरुद्ध भारत के मजबूत रुख को साझा किया।

कांग्रेस सांसद डॉ. शशि थरूर के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने वाशिंगटन में अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस से भेंट की। इस दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने, आतंकवाद के विरुद्ध सहयोग बढ़ाने और तकनीकी सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ। डॉ. थरूर ने इस मुलाकात को ‘रचनात्मक और सार्थक संवाद’ बताया।

शिष्टमंडल ने अमेरिका में भारतीय समुदाय से भी मुलाकात की और उन्हें आतंकवाद के खिलाफ एकजुट भारत की सोच से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए भारत के बदले हुए और निर्णायक रुख को रेखांकित किया। भारतीय मूल के नागरिकों ने आतंकवाद पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई और भारत की इस मुहिम के प्रति पूर्ण समर्थन का विश्वास दिलाया।

वहीं, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सांसद रवि शंकर प्रसाद के नेतृत्व में एक अन्य शिष्टमंडल ने ब्रसेल्स में बेल्जियम चैंबर्स रिप्रेजेंटेटिव के सदस्य पीटर डी. रोवर से मुलाकात की। इस दौरान रवि शंकर प्रसाद ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा के लिए श्री रोवर का आभार जताया और भारत की ओर से एकजुटता के संदेश को दोहराया।

इन शिष्टमंडलों का उद्देश्य स्पष्ट है – भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति को विश्व स्तर पर समर्थन दिलाना और वैश्विक समुदाय को भारत के दृष्टिकोण से अवगत कराना। अब तक की प्रतिक्रियाएं सकारात्मक रही हैं और यह संकेत मिलता है कि भारत की आवाज को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर गंभीरता से सुना जा रहा है।