रेलवे की अनुमति के इंतजार में बिजली आपूर्ति बाधित, बाह-फतेहाबाद के गांवों में बढ़ रही दिक्कतें
आगरा के बाह और फतेहाबाद क्षेत्र के 12 गांवों में बिजली संकट और गहरा सकता है। आगरा-बाह-इटावा रेल लाइन के नीचे बिछी बिजली की पुरानी केबलें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं,

आगरा के बाह और फतेहाबाद क्षेत्र के 12 गांवों में बिजली संकट और गहरा सकता है। आगरा-बाह-इटावा रेल लाइन के नीचे बिछी बिजली की पुरानी केबलें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जिनके जरिए फीडरों को बिजली आपूर्ति दी जा रही है। इन केबलों को बदलने की आवश्यकता है, लेकिन रेलवे ने जून 2023 से अब तक इसकी अनुमति नहीं दी है। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के अनुसार, पुरानी केबलों में बार-बार फॉल्ट आ रहे हैं, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। गर्मी के मौसम में बिजली की मांग बढ़ने से स्थिति और खराब हो सकती है।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के अधिशासी अभियंता रूद्रेश पांडेय ने पिछले साल जून में रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक से आगरा-बाह-इटावा रेल लाइन के नीचे से गुजर रही इन क्षतिग्रस्त केबलों को बदलने की अनुमति मांगी थी। इसके लिए शटडाउन की भी जरूरत नहीं होगी, क्योंकि रेल लाइन को पार करने के लिए केबल पाइप के अंदर से निकाली गई हैं, जिन्हें सिर्फ खींचकर बदला जा सकता है। दक्षिणांचल के अधिकारियों ने रेलवे के पोर्टल पर भी अनुमति के लिए आवेदन किया है, लेकिन आठ महीने बीत जाने के बावजूद रेलवे से मंजूरी नहीं मिली है। ऐसे में अभी भी क्षतिग्रस्त केबलों से ही बिजली आपूर्ति जारी है।
33 केवी की क्रॉसिंग केबल क्षतिग्रस्त होने के कारण आने वाले गर्मी के मौसम में बिजली संकट और गहरा सकता है। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम गर्मी में बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए पहले ही सबस्टेशनों की क्षमता बढ़ाने और क्षतिग्रस्त केबलों को बदलने का अभियान चला रहा है। अधिशासी अभियंता रूद्रेश पांडेय ने बताया कि रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर को कई बार पत्र भेजकर अनुमति मांगी गई, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला है। यदि जल्द ही केबल नहीं बदली गईं, तो फॉल्ट बढ़ने के कारण ग्रामीणों को भारी बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है।
बिजली संकट से प्रभावित होने वाले गांवों में फतेहपुरा, उधन्नपुरा, शाहपुर गुर्जर, भदरौली, बटेश्वर, कमतरी, गोपालपुरा, रेलवे स्टेशन जैतपुर, गुर्जा पलू, वीधापुरा, खंडेर और कुकथरी शामिल हैं। ग्रामीणों को निर्बाध बिजली आपूर्ति देने के लिए इन इलाकों में जल्द से जल्द मरम्मत कार्य किया जाना जरूरी है, ताकि गर्मी के मौसम में किसी बड़ी समस्या का सामना न करना पड़े।