गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि तीन नए आपराधिक कानून 21वीं सदी के सबसे बड़े सुधार हैं

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि नरेन्‍द्र मोदी सरकार देश की न्याय प्रणाली को जन-केंद्रित और वैज्ञानिक बनाने का प्रयास कर रही है।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि तीन नए आपराधिक कानून 21वीं सदी के सबसे बड़े सुधार हैं

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि नरेन्‍द्र मोदी सरकार देश की न्याय प्रणाली को जन-केंद्रित और वैज्ञानिक बनाने का प्रयास कर रही है। नई दिल्ली में आज अखिल भारतीय फोरेंसिक विज्ञान शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि सरकार सभी को समय पर न्‍याय दिलाने और न्‍याय से संतुष्ट होने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश की आपराधिक न्याय प्रणाली को मजबूत करने में फोरेंसिक विज्ञान बहुत उपयोगी है। श्री शाह ने कहा कि इसका मुख्‍य उद्देश्‍य सुरक्षित और सक्षम भारत का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि फोरेंसिक विज्ञान के बिना समय पर न्याय  और अधिक से अधिक मामलों में सजा दिलाना संभव नहीं है। गृह मंत्री ने कहा कि तीन नए आपराधिक कानून 21वीं सदी के सबसे बड़े सुधार हैं।

सर्वोच्‍च न्‍यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) वी रामसुब्रमण्यम, अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि ने भी शिखर सम्मेलन को संबोधित किया।