भारत अल्पसंख्यकों के साथ पाकिस्तान में हो रहे व्यवहार पर करीबी से नजर रखता है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाता है: विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर
विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि भारत अल्पसंख्यकों के साथ पाकिस्तान में हो रहे व्यवहार पर करीबी से नजर रखता है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाता है।

विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि भारत अल्पसंख्यकों के साथ पाकिस्तान में हो रहे व्यवहार पर करीबी से नजर रखता है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाता है। उन्होंने लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी दी।
डॉ. जयशंकर ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारतीय प्रतिनिधि ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जहां मानवाधिकारों का हनन और अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न होता है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों का व्यवस्थित क्षरण पाकिस्तान की नीतियों में शामिल हैं।
विदेशमंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी भारतीय राजदूत ने हाल ही में पाकिस्तान की कट्टर मानसिकता को उजागर किया था। उन्होंने सदन को बताया कि इस साल फरवरी में पाकिस्तान में हिंदू समुदाय के खिलाफ अत्याचार के 10 मामले सामने आए, जिनमें से सात अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन से संबंधित हैं।
इसके अलावा दो अपहरण और होली मना रहे छात्रों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई से संबंधित मामले भी हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सिख समुदाय के खिलाफ तीन घटनाएं हुई हैं। डॉ. जयशंकर ने जोर देकर कहा कि भारत इन मामलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाएगा।
विदेश मंत्री ने एक अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि भारत सरकार, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर भी नज़र रखती है। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में वर्ष 2024 में अल्पसंख्यकों पर हमलों से संबंधित 2 हजार 400 घटनाएं हुईं और 2025 में ऐसी घटनाओं की संख्या 72 है। डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि उन्होंने इस मुद्दे को अपने बांग्लादेशी समकक्ष के समक्ष उठाया है।