रैंसमवेयर अटैक: कैसे होता है साइबर हमला और इससे कैसे बचें?

साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा ही एक खतरनाक तरीका रैंसमवेयर अटैक (Ransomware Attack) है।

रैंसमवेयर अटैक: कैसे होता है साइबर हमला और इससे कैसे बचें?

साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा ही एक खतरनाक तरीका रैंसमवेयर अटैक (Ransomware Attack) है। इस अटैक में साइबर अपराधी आपके कंप्यूटर या सिस्टम में मालवेयर भेजते हैं, जिससे डिवाइस लॉक हो जाता है या उपयोग के लायक नहीं रहता। डिवाइस अनलॉक करने के लिए फिरौती मांगी जाती है। हालांकि, कंपनियां और बड़े संगठन इसके बड़े शिकार होते हैं, लेकिन आम लोग भी इससे अछूते नहीं हैं। आइए समझते हैं कि रैंसमवेयर अटैक कैसे होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।

कैसे किया जाता है रैंसमवेयर अटैक?

साइबर अपराधी मलेशियस सॉफ्टवेयर (Malicious Software) के जरिए कंप्यूटर या मोबाइल डिवाइस में मालवेयर पहुंचाते हैं। ये सॉफ्टवेयर कई तरीकों से आपके सिस्टम में आ सकते हैं:
 संदिग्ध ईमेल अटैचमेंट खोलने से
 नकली वेबसाइटों पर क्लिक करने से
अनजानी लिंक या पॉप-अप विंडो पर क्लिक करने से

मालवेयर के डिवाइस में पहुंचते ही यह कई तरह का नुकसान कर सकता है:
सिस्टम को पूरी तरह लॉक कर देता है।
डेटा चोरी, डिलीट या इन्क्रिप्ट (Encrypt) कर देता है।
आपके डिवाइस से अन्य नेटवर्क पर भी अटैक कर सकता है।
किसी महंगी सर्विस को बिना आपकी अनुमति के सब्सक्राइब कर सकता है।

अटैक के बाद क्या होता है?

रैंसमवेयर अटैक के बाद साइबर अपराधी फिरौती की मांग करते हैं। आमतौर पर फिरौती क्रिप्टोकरेंसी में मांगी जाती है ताकि अपराधियों तक पहुंचना मुश्किल हो। ध्यान रखें:
पैसे देने के बाद भी यह जरूरी नहीं कि आपको डेटा वापस मिले।
अपराधी आपके डेटा को फिर भी बेच सकते हैं या लीक कर सकते हैं।

रैंसमवेयर से कैसे बचें?

रैंसमवेयर अटैक से बचाव के लिए एक ही उपाय नहीं है, बल्कि कई स्तरों पर सावधानी बरतनी जरूरी है:

सतर्क इंटरनेट उपयोग:

  • अनजान या संदिग्ध ईमेल, अटैचमेंट और लिंक न खोलें।
  • असुरक्षित या नकली वेबसाइटों पर जाने से बचें।

नियमित डेटा बैकअप:

  • अपने जरूरी डेटा का नियमित बैकअप लें।
  • बेहतर होगा कि बैकअप को किसी ऑफसाइट स्टोरेज में रखें।

सिस्टम अपडेट और सिक्योरिटी:

  • डिवाइस और सॉफ्टवेयर को समय-समय पर अपडेट करते रहें।
  • सिक्योरिटी खामी दिखे तो तुरंत समाधान करें।

अटैक के बाद तुरंत कदम:

  • अगर रैंसमवेयर का शिकार हो गए हैं तो इंफेक्टेड डिवाइस को तुरंत नेटवर्क से अलग कर दें।
  • विशेषज्ञों से मदद लें और बिना सोचे-समझे फिरौती न दें।

याद रखें:

✅ सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है।
✅ अनजान लिंक या ईमेल से दूर रहें।
✅ डेटा का बैकअप रखें और सिस्टम अपडेट रखें।
✅ अटैक के बाद विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

रैंसमवेयर अटैक से बचना मुश्किल नहीं, बस सतर्क रहना जरूरी है!