खुजली करना क्यों बन सकता है समस्या: नई रिसर्च में खुलासा

अगर आपके माता-पिता ने आपको कभी खुजली न करने की सलाह दी थी, तो वे सही थे। नई वैज्ञानिक रिसर्च से यह साबित हुआ है कि खुजली करने से जलन और सूजन और भी ज्यादा बढ़ सकती है।

खुजली करना क्यों बन सकता है समस्या: नई रिसर्च में खुलासा

अगर आपके माता-पिता ने आपको कभी खुजली न करने की सलाह दी थी, तो वे सही थे। नई वैज्ञानिक रिसर्च से यह साबित हुआ है कि खुजली करने से जलन और सूजन और भी ज्यादा बढ़ सकती है। जर्नल Science में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, चूहों पर किए गए एक प्रयोग में यह पाया गया कि खुजली करने से एलर्जिक कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस नामक त्वचा रोग और भी गंभीर हो सकता है।

खुजली का रहस्य: नुकसान के बावजूद क्यों देता है आराम?
इस अध्ययन के प्रमुख लेखक, यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग के प्रोफेसर डैनियल कैपलान (M.D., Ph.D.), का कहना है, "खुजली करना हमारे लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है, लेकिन यह फिर भी अच्छा क्यों लगता है? यह एक तरह का विरोधाभास है।" वैज्ञानिकों के अनुसार, अगर कोई आदत इंसानों में विकसित होती है, तो इसका कोई न कोई लाभ जरूर होता है। इस शोध में यह पता चला कि खुजली करने से न केवल सूजन और जलन बढ़ती है, बल्कि यह शरीर को बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाने में भी मदद कर सकती है।

एलर्जिक कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस एक त्वचा रोग है, जो किसी एलर्जेन या जलन पैदा करने वाले पदार्थों के संपर्क में आने से होता है। जैसे—पॉइज़न आइवी (एक जहरीला पौधा), निकेल जैसी धातुएं आदि। इससे त्वचा पर लाल चकत्ते और खुजली होने लगती है। जब कोई व्यक्ति खुजली करता है, तो इससे त्वचा की स्थिति और बिगड़ जाती है, जलन बढ़ती है और घाव ठीक होने में अधिक समय लग सकता है।

खुजली कैसे बढ़ाती है सूजन?
इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने चूहों की त्वचा पर खुजली पैदा करने वाले एलर्जेन लगाए। कुछ चूहों को खुजली महसूस करने वाले न्यूरॉन्स की कमी थी, जिससे उन्हें खुजली नहीं हो रही थी। उन्होंने पाया कि जिन चूहों को खुजली हुई और जिन्होंने खुजलाया, उनकी त्वचा में सूजन बढ़ गई और न्यूट्रोफिल्स नामक इम्यून सेल्स बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए। वहीं, जिन चूहों ने खुजली नहीं की, उनमें सूजन बहुत कम थी।

इसके बाद, वैज्ञानिकों ने पाया कि खुजली करने से त्वचा में सब्सटेंस पी नामक एक यौगिक (compound) निकलता है, जो मास्ट सेल्स को सक्रिय करता है। ये मास्ट सेल्स एलर्जी और सूजन को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

खुजली और बैक्टीरियल इंफेक्शन के बीच संबंध
मास्ट सेल्स न केवल एलर्जी और जलन बढ़ाने का काम करते हैं, बल्कि बैक्टीरिया से लड़ने में भी मददगार होते हैं। शोध में यह भी पाया गया कि जब खुजली करने से मास्ट सेल्स सक्रिय होते हैं, तो वे स्टैफिलोकोकस ऑरियस नामक हानिकारक बैक्टीरिया की संख्या को कम कर देते हैं।

प्रोफेसर कैपलान के अनुसार, "इस शोध से पता चलता है कि खुजली करना कभी-कभी बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव कर सकता है, लेकिन जब खुजली लगातार होती रहती है, तो इससे होने वाला नुकसान कहीं अधिक होता है।"

नए इलाज की खोज जारी
अब वैज्ञानिक इस शोध के आधार पर डर्मेटाइटिस, रोजेशिया और अर्टिकेरिया जैसी त्वचा की अन्य समस्याओं के लिए नए उपचार विकसित करने पर काम कर रहे हैं। इन उपचारों में ऐसे दवाएं शामिल हो सकती हैं, जो मास्ट सेल्स पर मौजूद रिसेप्टर्स को टारगेट करके सूजन को कम कर सकें।

इस शोध में यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग और UPMC के कई वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा, यह अध्ययन नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) और जर्मन रिसर्च फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित किया गया था।

Disclaimer :

यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है और इसमें दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। यह अध्ययन वैज्ञानिक शोध पर आधारित है, लेकिन इसकी पूर्ण सत्यता या सटीकता की गारंटी नहीं दी जा सकती। पाठकों को किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए योग्य चिकित्सक या विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। इस लेख में प्रस्तुत जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी निर्णय के लिए firstpagenews.com या कोई अन्य संबंधित पक्ष जिम्मेदार नहीं होगा।