Haldwani Violence: बमुश्किल जान बचा घर पहुंचे रामपुर के हजारों लोग, बयां किया आंखों देखा हाल तो कांप गई रूह

उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुए बवाल के वहां काम करने वाले रामपुर जिले के हजारों लोग वापस लौट आए हैं। सभी लोगों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। वहां काम करने वाले लोग जैसे-तैसे अपने घरों को लौट आए।

Haldwani Violence: बमुश्किल जान बचा घर पहुंचे रामपुर के हजारों लोग, बयां किया आंखों देखा हाल तो कांप गई रूह

उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुए बवाल के वहां काम करने वाले रामपुर जिले के हजारों लोग वापस लौट आए हैं। सभी लोगों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। वहां काम करने वाले लोग जैसे-तैसे अपने घरों को लौट आए।

उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुए बवाल के वहां काम करने वाले रामपुर जिले के हजारों लोग वापस लौट आए हैं। सभी लोगों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। वहां काम करने वाले लोग जैसे-तैसे अपने घरों को लौट आए। कारोबार करने वाले और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए उत्तराखंड पर निर्भर लोग भी वहां जाने से कतरा रहे हैं।

शुक्रवार के बाद शनिवार को दूध और सब्जी लेकर हल्द्वानी जाने वाले किसान और दूधिये भी नहीं गए। बृहस्पतिवार को हल्द्वानी में हुई घटना की खबर मीडिया और सोशल मीडिया के जरिये जब लोगों तक पहुंचे तो अफवाहों का बाजार गर्म हो गया। हल्द्वानी में रहने वाले जिले के हजारों लोग लोग सुरक्षा के लिहाज से अपने घरों को लौटने लगे।

देर रात से ही लोगों ने उत्तराखंड को छोड़ना शुरू कर दिया। शुक्रवार सुबह भी तमाम लोग रामपुर लौटे। रामपुर जिले के बिलासपुर, स्वार और दढ़ियाल क्षेत्र की उत्तराखंड से सीमा सटी हैं। ऐसे में उत्तराखंड के लोग और रामपुर जिले के लोगों का बॉर्डर के रास्ते से आना जाना होता है।

प्रतिदिन हजारों लोग उत्तराखंड आते जाते हैं, लेकिन बॉर्डर पर कड़ी चौकसी के बाद पुलिस लोगों का सत्यापन भी कर रही है। रोडवेज और रेलवे से यात्रा करने वाले मुसाफिरों को मुश्किलों का सामना भी करना पड़ रहा है। रामपुर से चलने वाली बसों को हल्द्वानी के अंदर ट्रांसपोर्ट नगर तक जाने की ही अनुमति दी जा रही है।

ऐसे में उत्तराखंड से आने वाले लोगों को ट्रांसपोर्ट नगर से ही बसें मिल रहीं हैं। अधिकारियों के अनुसार हालात नहीं सुधरे तो परिवहन सेवाएं बंद भी करनी पड़ सकती हैं।