क्या वाकई पेट में जाकर जम जाता है मैदा? जानें ये आपकी सेहत के लिए कितना सेफ

मैदा या किसी भी तरह का आटा हमारी डाइट का एक अहम हिस्सा है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि पूरे दिन में एक से 2 बार हम रोटी खाते हैं. आटा या मैदा का इस्तेमाल हम अपनी रोजमर्रा

क्या वाकई पेट में जाकर जम जाता है मैदा? जानें ये आपकी सेहत के लिए कितना सेफ

मैदा या किसी भी तरह का आटा हमारी डाइट का एक अहम हिस्सा है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि पूरे दिन में एक से 2 बार हम रोटी खाते हैं. आटा या मैदा का इस्तेमाल हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में अक्सर करते हैं. घर का खाना से लेकर बाहर के खाने में भी मैदा मिला होता है. लेकिन अक्सर मैदा को लेकर एक बात कही जाती है. वह यह कि क्या मैदा खाने से वह आंत में चिपक जाता है. आज हम एबीपी लाइव हिंदी के मिथ VS फैक्ट के बारे इसके बारे में विस्तार से जानेंगे. दरअसल, मैदा में पोषक तत्व और फाइबर को पूरी तरह से हटा दिया जाता है. जिसके कारण इसे खाने से शरीर पर बुरा असर होता है. अगर आप हर दिन मैदा खाते हैं तो इससे मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज, दिल की बीमारी, कब्ज और पाचन संबंधी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. 

मैदा को लेकर कुछ Myths Vs Facts है

बढ़ती बीमारियों को देखते हुए आजकल लोग अपनी फिटनेस और हेल्थ को लेकर काफी अलर्ट रहने लगे हैं. यही कारण है कि अब अनहेल्दी चीजें अवॉयड कर हेल्दी फूड्स पर फोकस कर रहे हैं. हालांकि, आज भी बहुत से लोग हैं जो लापरवाह बने हुए हैं और बेफिक्र होकर अनहेल्दी चीजें खा रहे हैं. मार्केट में उपलब्ध नुकसानदायक चीजों में से मैदा से बनी चीजों को भी हानिकारक माना जाता है. एक मिथक है कि मैदा खाने से यह आंत की परत से जाकर चिपक जाता है और पाचन को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं कि इस बात में कितनी सच्चाई है.

मैदा आंत में चिपकता है गलत बात है

मैदा आंतों पर चिपकता है या नहीं इसे लेकर पोषण विशेषज्ञों का कहना है कि मैदा कभी कच्चा नहीं खाया जाता है. खाने से पहले इसे पकाया जाता है. इसलिए यह गलत बात है कि मैदा पेट या आंतों पर चिकपता है. उनका कहना है कि अगर कोई कच्चा मैदा खा भी ले तो पाचन तंत्र से गुजरने पर ये सरल कार्बोहाइड्रेट के तौर पर शरीर में ही अवशोषित हो जाएगा.

मैदा के साइड इफेक्ट्स

आहार विशेषज्ञों का कहना है कि मैदा (Refined Flour Side Effect) में फाइबर काफी कम पाया जाता है. ऐसे में इसे ज्यादा खाने से अपच, कब्ज जैसी समस्याएं बन जाती है. उनका कहना है कि मैदे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है. मैदा पाचन तंत्र पर बुरा असर डालता है. इतना ही नहीं यह ब्लड शुगर को भी अचानक से बढ़ा सकता है. इसलिए डायबिटीज मरीजों के लिए मैदा हानिकारक (Maida Khane Ke Nukan) माना जाता है.

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मैदा में ग्लूटेन भी ज्यादा मात्रा में पाई जाती है, जो सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम करती है. दरअसल, ग्लूटेन एक प्लांट कंपाउंड होता है, जो गट हेल्थ के लिए खराब होता है. मैदा के सेवन से अन्य अंगों पर भी बुरा असर पड़ता है. ऐसे में एक्सपर्ट्स ज्यादा मैदा न खाने की सलाह देते हैं.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.