Paris Olympics: बबीता फोगाट ने पहलवान विनेश को दी बधाई, गीता बोलीं- जमाना झुकता है, बस झुकाने का जुनून चाहिए

हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट ने महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल श्रेणी के सेमीफाइनल मुकाबले में जीतकर फाइनल में प्रवेश किया है।

Paris Olympics: बबीता फोगाट ने पहलवान विनेश को दी बधाई, गीता बोलीं- जमाना झुकता है, बस झुकाने का जुनून चाहिए

हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट ने महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल श्रेणी के सेमीफाइनल मुकाबले में जीतकर फाइनल में प्रवेश किया है। भारतीय पहलवान विनेश फोगाट की बहन और भारतीय पहलवान बबीता फोगाट ने कहा किा आज देश के लिए गर्व का दिन है। यह बहुत खुशी का दिन है कि विनेश फाइनल में पहुंची है। ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई भारतीय महिला पहलवान फाइनल में पहुंची हो। कहा कि मैं सभी देशवासियों को भी बधाई और शुभकामनाएं देती हूं।

विनेश के फाइनल में पहुंचने से गदगद ससुर राजपाल राठी की खुशी सातवें आसमान पर है। फाइनल में पहुंचते ही उनके मुंह से बरबस ही निकल गया कि म्हारी बहू बेमिसाल है। उसने कमाल कर दिया है। विनेश के ससुर राजपाल राठी ने बताया कि विनेश ने मुश्किलों का सामना किया है। विनेश ने हार नहीं मानते हुए बेहतरीन अभ्यास किया जिसका फल मिल रहा है।

विनेश ने सेमीफाइनल में क्यूबा की पहलवान को हराकर फाइनल में जगह बनाई है। पूरे मुकाबले के दौरान धड़कनें बढ़ी हुई थीं। विनेश ने तीनों मुकाबलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। हमें विनेश से उम्मीद है कि वह देश को महिला कुश्ती में स्वर्ण पदक दिलाएगी। विनेश अब फाइनल में अमेरिकी पहलवान से भिड़ेगी।

विनेश के ताऊ की बेटी गीता फोगाट विनेश की जीत पर गदगद हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने लिखा है कि जमाना झुकता है, बस झुकाने का जुनून चाहिए, साथ ही उन्होंने लिखा कि विनेश देश की शान, फाइनल में पहुंचकर रचा इतिहास। सच्ची चैंपियन, ओलंपिक में रजत पक्का किया। कल सोने के लिए खेलेंगी। आज मेरे पिता का सपना भी पूरा हुआ। बहुत ही भावुक करने वाला पल।
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया ने कहा कि विनेश व देश के साथ सबसे पहले उन लोगों को बधाई देता हूं जो विनेश की हार की राह देख रहे थे। आंदोलन के समय विनेश व बेटियों को बुरा भला बोला गया उन सभी को बधाई। उन्होंने बृजभूषण शरण पर तंज कसते हुए कहा कि इतना भला आदमी होता तो उसके खिलाफ इतने केस नहीं होते, जो जैसा बोएगा वैसा काटेगा। उसने देश की बेटियों के साथ दुर्व्यवहार किया तो उसकी सजा उसे मिलनी चाहिए। विनेश फोगाट किस मानसिक तनाव से गुजर रही है यह सबको पता है। मानसिक तनाव से गुजर कर पेरिस ओलंपिक खेलना ही बड़ी बात है। वह ओलंपिक में अवश्य पदक जीतेगी।
सोशल मीडिया पर पूर्व ओलंपियन साक्षी मलिक ने लिखा कि मेरे लिए बहुत भावुक क्षण... विनेश फाइनल में, कल गोल्ड मेडल मैच। आज कई वर्षों की तपस्या के बाद विनेश फोगाट का सपना साकार हुआ है और अपने सपने के साथ-साथ विनेश ने मेरा और करोड़ों देशवासियों का अधूरा सपना भी पूरा किया है। पदक पक्का हो गया है। यह जीत और बधाई उन लोगों के लिए है जो हमारे संघर्ष में हमारे साथ डटकर खड़े रहे। इससे पहले निशा दहिया के लिए भी लिखा था कि निशा दहिया दर्द में जरूर है, पर उसके हौसले बहुत बुलंद हैं। उसको दुख सिर्फ इस बात का है कि वो मेडल से दूर न रहे जाए। निशा एक शेरनी है। पूरे देश को उस पर गर्व है।