उप मुख्यमंत्री, श्री राजेंद्र शुक्ल, देशव्यापी टीबी उन्मूलन मिशन, टीबी मुक्त, टीकाकरण अभियान

धानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन एवं ग्रामीण शहरी आजीविका मिशन, द्वारा गठित स्वसहायता समूहों  की बहनों के प्रशिक्षण सह कार्यशाला को वर्चुअल माध्यम

उप मुख्यमंत्री, श्री राजेंद्र शुक्ल, देशव्यापी टीबी उन्मूलन मिशन,  टीबी मुक्त, टीकाकरण अभियान

धानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन एवं ग्रामीण शहरी आजीविका मिशन, द्वारा गठित स्वसहायता समूहों  की बहनों के प्रशिक्षण सह कार्यशाला को वर्चुअल माध्यम  से संबोधित किया गया। जिसका लाइव प्रसारण महाकवि पद्माकर सभागार में किया गया। प्रसारण को विधायक श्री शैलेंद्र जैन, महापौर श्रीमती संगीता तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हीरा सिंह राजपूत, प्रदेश महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े , कलेक्टर श्री दीपक आर्य, निगम आयुक्त श्री चंद्रशेखर शुक्ला, जिला पंचायत सागर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पी.सी. शर्मा, सचिन मसीह और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में महिला समूह की सदस्यों ने देखा।

मुख्य कार्यक्रम के पूर्व स्थानीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने कहा कि हम उस देश के निवासी हैं जिस देश में नारी की पूजा होती है ,और जहां नारी शक्ति की पूजा होती है, वह समाज तरक्की करता और ईश्वर की कृपा बनी रहती है। उन्होंने समस्त उपस्थित महिला समूह की बहनों से आह्वान किया कि वे भारत देश को विश्व गुरु बनाने में अपना योगदान दें, इसलिए प्रधानमंत्री जी द्वारा नारी शक्ति को सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि वह देश की उन्नति में सहभागी बने, इसलिए उन्होंने समस्त उपस्थित बहनों से आह्वान किया कि वह स्वसहायता समूह से जुड़े और  महिलाओं के आजीविका का माध्यम बने ताकि जरूरतमंद  बहनों तक लाभ पहुंचे। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के संबंध में कहा कि इसका उद्देश्य सिर्फ महिलाओं का कल्याण ही नहीं बल्कि देश का कल्याण करना है तभी भारत देश स्वावलंबन होगा और विश्व गुरु बनने से  उसे कोई रोक नहीं सकता।

महापौर श्रीमती संगीता तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव हर वर्ग के कल्याण के लक्ष्य को लेकर योजनाएं बनाकर काम कर रहे हैं। एक ओर जहां लाड़ली बहना योजना के माध्यम से महिलाओं को राशि देकर महिलाओं को सशक्त बनाया गया है और परिवार की उम्मीद को पूरा करने का  काम किया है। वहीं सामाजिक, आर्थिक क्रांति के संवाहक बन चुके प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी देश में काम कर रहे स्वसहायता समूहों 2 करोड़ महिलाओं को सशक्त  एवं लखपति बनाने के सपने को संकल्प में जोड़कर काम कर रहे हैं। मोदी की गारंटी मतलब गारंटी पूरी होने की गारंटी है। आज इसी कड़ी में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसमें हमें प्रधानमंत्री का सानिध्य वर्चुअल माध्यम से मिल रहा है। कहा भी जाता है कि बेटी एक नहीं दो घरों को संभालती है। ऐसे ही यह भी सत्य है कि एक महिला जब आर्थिक रूप से सशक्त होगी तो वह केवल अपना ही नहीं बल्कि पूरे परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाती है। पैसों को सहेजकर रखते हुए परिवार के हर सदस्य की जरूरत को पूरा करती है और छोटे-छोटे खर्चे बचाकर पैसों को इकट्ठा करती है यही बचत परिवार को मुश्किल बचत और जरूरत के समय काम आती है।

जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हीरा सिंह राजपूत ने कहा कि पहले गांव की बहन, बेटी लकड़ी बेचकर उससे थोड़ी  राशि मिलती थी उससे अपना खर्च चलाती थी बीड़ी बनाती थी। प्रदेश और देश में बहने कंधा से कंधा मिलाकर आगे बढ़ी है और आर्थिक रूप से सशक्त हुई है तथा  गांव में रहने वाली समूह की बहनें लखपति कहलाने  लगी हैं। अब उन्हें सशक्त बनाने का बीड़ा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उठाया है प्रधानमंत्री कहते हैं कि किसान ,महिला, युवा और गरीब उनकी चार जातियां हैं और उनके  कल्याण को लेकर कई योजनाएं प्रारंभ की गई है जिससे लाखों व्यक्ति लाभान्वित हो रहे हैं।

राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार  द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रम प्रारंभ किए गए थे, जिनका  समापन देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा हो रहा है ।

मध्यप्रदेश में 826 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। मध्य प्रदेश में 5 लाख स्वसहायता समूह है। जिसमें 61 लाख बहनें जुड़ी हुई है जो सशक्तिकरण की ओर अग्रसर  हैं, स्वसहायता समूह के माध्यम से महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण हुआ है साथ ही उनके जीवन में बदलाव आया है और चार दीवारी से बाहर निकलकर अपने आप को स्थापित करने का काम किया है उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश की 11 करोड़ महिलाओं को सशक्त बनाने  का काम किया है ,यह महिलाओं  को सशक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम है , उन्होंने महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देकर राजनीतिक रूप से सशक्त बनाया है तथा समूह के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से,सशक्त  बनाने का कार्य कर रहे हैं।

निगम आयुक्त श्री चंद्रशेखर शुक्ला ने कार्यक्रम के प्रारंभ में रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश की 48.8 प्रतिशत महिलाओं का देश की अर्थव्यवस्था में योगदान है ,इसलिए  इस योगदान को बढ़ाने के लिए  महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और अर्थव्यवस्था में उनके योगदान के लिए शासन द्वारा महिला स्वसहायता समूहों का गठन किया गया है जिसका उद्देश्य महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बनें और देश की अर्थव्यवस्था में उनका योगदान बढ़े। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा एस एच जी का गठन किया है जिसमें बीपीएल  की  10 महिलाएं  सदस्य रहती थी उसमें अब  सदस्यों की संख्या न्यूनतम 10 से लेकर 20 हो सकती है जिसका मुख्य उद्देश्य  महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करना है यदि समूह की महिलाएं अपना छोटा-मोटा व्यवसाय करना चाहती हैं तो शुरुआत कर सकती हैं।उन्होंने लिज्जत पापड़ जो महिलाओं के समूह के द्वारा प्रारंभ किया किया गया था ,वर्तमान में उसकी देश ही  नहीं बल्कि देश के बाहर भी उनके  उत्पादों को विक्रय करके लाभ कमाया जा रहा है ,आज हमारे स्वसहायता समूह की महिलाएं  उत्पाद से लेकर व्यवसायिक उत्पादक जो आमतौर पर मशीनों से बनते है उन्हें हाथ के द्वारा बनाकर लाभ कमा रही है । शासन द्वारा समय-समय पर रिवाल्विंग फंड और लोन की मदद भी उपलब्ध कराई जाती है ।

सागर एक लाख से ज्यादा सदस्य महिला स्वसहायता समूहों का गठन हो चुका है जिसकी महिलाएं विभिन्न प्रकार के उत्पाद का निर्माण कर उनका विक्रय कर लाभ कमा रही है । रहली और केसली क्षेत्र मे गठित महिला समूह अच्छा काम कर रहा है। बच्चों को बंटने वाला पोषण आहार भी महिला समूह  द्वारा  तैयार कर वितरित किया जा रहा है ।

कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री  स्वनिधि योजना के हितग्राहियों को लाभ वितरण किया गया। कार्यक्रम में श्री प्रभु दयाल पटेल, डॉ वीरेंद्र पाठक, पार्षद श्रीमती संगीता शैलेष जैन, भरत अहिरवार, नीरज गोलू कोरी, प्रहलाद पटेल, रामू ठेकेदार, कनई पटेल, सहित बड़ी संख्या में स्वसहायता समूह की महिलाएं उपस्थित थीं।