UP: सामूहिक विवाह समारोह में लिए सात फेरे, दूल्हा फिर से बरात लेकर पहुंचा तो बिफर गई दुल्हन; तोड़ दी शादी

सामूहिक विवाह समारोह में 24 फरवरी को हो गई थी शादी, थाने पहुंचा मामला। सामूहिक विवाह समारोह में शादी के बंधन में बंध चुके नव दंपती की शादी इस तरह टूट जाएगी, किसी ने सोचा भी नहीं था। वर और वधू पक्ष ने तय किया था कि वे दोबारा से सामाजिक रूप से शादी करेंगे। इसके लिए दूल्हा बरात लेकर पहुंचा, लेकिन दुल्हन ने शादी तोड़ दी। इसके बाद मामला थाने पहुंचा, जहां दोनों पक्षों में पंचायत हुई।

UP: सामूहिक विवाह समारोह में लिए सात फेरे, दूल्हा फिर से बरात लेकर पहुंचा तो बिफर गई दुल्हन; तोड़ दी शादी

सामूहिक विवाह समारोह में 24 फरवरी को हो गई थी शादी, थाने पहुंचा मामला।

सामूहिक विवाह समारोह में शादी के बंधन में बंध चुके नव दंपती की शादी इस तरह टूट जाएगी, किसी ने सोचा भी नहीं था। वर और वधू पक्ष ने तय किया था कि वे दोबारा से सामाजिक रूप से शादी करेंगे। इसके लिए दूल्हा बरात लेकर पहुंचा, लेकिन दुल्हन ने शादी तोड़ दी। इसके बाद मामला थाने पहुंचा, जहां दोनों पक्षों में पंचायत हुई। 

मैनपुरी के कुरावली में फरवरी माह में सामूहिक विवाह समारोह में शादी करने के बाद दोनों पक्ष की सहमति के बाद रविवार को दूल्हा जब दोबारा बरात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचा तो दुल्हन और परिजनों ने शादी से मना कर दिया। दोनों पक्ष के बीच तकरार होने लगी तो मामला थाने तक जा पहुंचा। दोनों पक्ष के लोगों के बीच समझौता की कोशिश हुई, लेकिन बात नहीं बन सकी।

थाना क्षेत्र के मोहल्ला भीम नगर निवासी जयप्रकाश ने अपनी पुत्री ज्योती की शादी आगरा के गांव सठौसी निवासी मुकेश कुमार के साथ तय की थी। 24 फरवरी 2024 को श्रीदेवी मेला एवं ग्राम सुधार प्रदर्शनी पांडाल में हुए सामूहिक विवाह समारोह में दोनों की शादी भी हो गई। अब दोनों पक्ष के बीच सहमति बनी की वह लोग सामाजिक रूप से भी शादी करेंगे। इसके लिए रविवार को बरात आना तय हुआ था। रविवार की शाम मुकेश बरात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचा तो आवभगत की गई।

विवाह की अन्य रस्में भी हंसी खुशी के साथ संपन्न हुईं। देर रात जब फेरों का समय आया तो दुल्हन ने शादी करने से मना कर दिया। परिजन कहने लगे कि लड़का सरकारी नौकरी नहीं करता। वहीं अन्य आरोप लगाकर शादी करने से मना करने लगे। शादी से मना होने के बाद बरातियों के बीच अफरा तफरी मच गई। बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद मामला सोमवार की सुबह थाने पहुंच गया। दोनों पक्ष के लोगों को थाने बुलाया गया। वहां बातचीत शुरू हुई। लेकिन बात नहीं बनी तो ये शादी टूट गई। 

एसओ धर्मेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि दोनों पक्षों में देर तक बात चली। इसके बाद समझौता इस बात पर हुआ कि खर्चा और दहेज का सारा सामान लौटाना होगा। इस शर्त पर दोनों पक्ष मान गए और शादी तोड़ दी गई। जिसके बाद दोनों पक्ष वहां से चले गए।