ऐसे सिर दर्द को इग्नोर करना पड़ सकता है भारी, हो सकती है माइग्रेन की समस्या

आज के इस दौर में हमें कई प्रकार की बीमारियों के बारे में सुनने को मिल रहा है, उसी में एक बीमारी है माइग्रेन. माइग्रेन एक ऐसी अवस्था है जिसमें इंसान को बार-बार गंभीर सिरदर्द का अहसास होता है. आमतौर पर इसका प्रभाव आधे सिर में देखने को मिलता है और दर्द आता-जाता रहता है. माइग्रेन अक्सर युवावस्था में शुरू होता है और 35 से 45 वर्ष की आयु के लोगों को सबसे अधिक प्रभावित करता है. डब्लूएचओ के मुताबिक, यह महिलाओं में ज्यादा आम है.  माइग्रेन नॉर्मल सिर दर्द से काफी अलग होता है. इसमे जो दर्द होता है वो काफी तेज होता है, और कभी-कभी बर्दाशत से बाहर हो जाता है. माइग्रेन लोगों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित कर सकता है. ये ट्रिगर, गंभीरता, लक्षण और फ्रीक़ुएन्सी की एक श्रृंखला है. कुछ लोगों को ये दर्द हफ्ते में कई बार होता है, जबकि कुछ को कभी-कभार होता है. बच्चों में, माइग्रेन अटैक कम समय के लिए होते हैं. वैश्विक अध्ययनों से पता चलता है कि दुनिया की लगभग 1% आबादी को क्रोनिक माइग्रेन हो सकता है. आइये माइग्रेन के कुछ लक्षणों के बारे में जानते हैं.  माइग्रेन के लक्षण 1. विजुअल डिस्टरबेंस2. बोलने में परेशानी होना3. चक्कर आना या असंतुलित महसूस करना4. जी मचलाना5. उल्टी होना6. चिड़चिड़ापन, गुस्सा होना7. लो ब्लड प्रेशर8. आवाज़ से परेशान होना9. गर्दन में अकड़न होना10. ज़्यादा प्यास लगना11. बार-बार पेशाब आना12. भूख लगना13. कब्ज़ का होना माइग्रेन होने के कारण याद रहें, इन कारणों से आपको माइग्रेन की समस्या हो सकती है. 1. टेंशन2. तेज़ आवाज़3. तेज़ रोशनी4. तेज सुगंध5. एलर्जी6. धुआं7. सोने में अनियमितता8. एल्कोहोल का सेवन9. हाॅर्मोनल चेंज10. बर्थ कंट्रोल पिल्स11. अनियमित पीरियड्स12. थकावट13. दवाईयों का अत्यधिक सेवन माइग्रेन के विभिन्न चरण माइग्रेन चार चरणों में होता है, जैसे 1. प्रोड्रोम- माइग्रेन से 1-2 दिन पहले, माइग्रेन से पीड़ित लगभग 60% लोगों में ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं. 1. प्रकाश, आवाज या गंध के प्रति संवेदनशील होना 2. थकान 3. भूख की कमी 4. गंभीर प्यास 5. कब्ज या दस्त 2. औरा- केवल 20% माइग्रेन पीड़ित सिरदर्द शुरू होने से पहले औरा का अनुभव करते हैं.इसमें कई ऐसे लक्षण होते हैं जिसकी वजह से इंसान को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. जैसे कि ज़िगज़ैग विजन, लाइट विज़न या प्रकाश की चमक. इस तरह के लक्षण कुछ मिनटों से लेकर लगभग एक घंटे तक दिखाई दे सकते हैं. 3. अटैक- इस चरण का प्रभाव लगभग चार घंटे से लेकर तीन दिन तक रह सकता है. स्थिति के अनुसार इसका असर सिर के एक तरफ या दोनों तरफ भी हो सकता है. ऐसी अवस्था को पहचानने के लिए कुछ संकेत हैं, जैसे मतली, उल्टी, बेहोशी, या प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता. लगभग 80% लोगों को सिरदर्द के साथ मतली और उल्टी होती है. 4. पोस्ट ड्रोम- माइग्रेन के इस अंतिम चरण में इंसान को कमज़ोरी और थकान महसूस होती है.  खाने के चीजे जो माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है. 1. चॉकलेट 2. डेयरी प्रोडक्ट, विशेष रूप से चीज 3. मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी)  4. रेड वाइन, पुराने  पनीर, स्मोक्ड मछली, चिकन लीवर, अंजीर और कुछ बीन्स. 5. फल (एवोकैडो, केला, खट्टे फल) 6. नाइट्रेट युक्त मीट  7. प्याज 8. मूंगफली और दूसरे नट और बीज 9. प्रोसेसड, फर्मेंटेड, या मसालेदार भोजन माइग्रेन से बचाव के उपाय 1. पर्याप्त नींद लेना2. एक्सरसाइज3.  दिनचर्या को संतुलित रखना माइग्रेन के घरेलू उपाय 1. योगा करना.2. आइस पैक लगाएं और सेके.3. बंद अंधेरे कमरे में आराम करें.4. स्ट्रेस ना लें.  यह भी पढ़ें: Chia seeds: सिर्फ फायदे ही नहीं... चिया सीड्स ज्यादा खाने से शरीर को हो सकते हैं ये नुकसान

ऐसे सिर दर्द को इग्नोर करना पड़ सकता है भारी, हो सकती है माइग्रेन की समस्या

आज के इस दौर में हमें कई प्रकार की बीमारियों के बारे में सुनने को मिल रहा है, उसी में एक बीमारी है माइग्रेन. माइग्रेन एक ऐसी अवस्था है जिसमें इंसान को बार-बार गंभीर सिरदर्द का अहसास होता है. आमतौर पर इसका प्रभाव आधे सिर में देखने को मिलता है और दर्द आता-जाता रहता है. माइग्रेन अक्सर युवावस्था में शुरू होता है और 35 से 45 वर्ष की आयु के लोगों को सबसे अधिक प्रभावित करता है. डब्लूएचओ के मुताबिक, यह महिलाओं में ज्यादा आम है. 

माइग्रेन नॉर्मल सिर दर्द से काफी अलग होता है. इसमे जो दर्द होता है वो काफी तेज होता है, और कभी-कभी बर्दाशत से बाहर हो जाता है. माइग्रेन लोगों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित कर सकता है. ये ट्रिगर, गंभीरता, लक्षण और फ्रीक़ुएन्सी की एक श्रृंखला है. कुछ लोगों को ये दर्द हफ्ते में कई बार होता है, जबकि कुछ को कभी-कभार होता है. बच्चों में, माइग्रेन अटैक कम समय के लिए होते हैं. वैश्विक अध्ययनों से पता चलता है कि दुनिया की लगभग 1% आबादी को क्रोनिक माइग्रेन हो सकता है. आइये माइग्रेन के कुछ लक्षणों के बारे में जानते हैं. 

माइग्रेन के लक्षण

1. विजुअल डिस्टरबेंस
2. बोलने में परेशानी होना
3. चक्कर आना या असंतुलित महसूस करना
4. जी मचलाना
5. उल्टी होना
6. चिड़चिड़ापन, गुस्सा होना
7. लो ब्लड प्रेशर
8. आवाज़ से परेशान होना
9. गर्दन में अकड़न होना
10. ज़्यादा प्यास लगना
11. बार-बार पेशाब आना
12. भूख लगना
13. कब्ज़ का होना

माइग्रेन होने के कारण

याद रहें, इन कारणों से आपको माइग्रेन की समस्या हो सकती है.

1. टेंशन
2. तेज़ आवाज़
3. तेज़ रोशनी
4. तेज सुगंध
5. एलर्जी
6. धुआं
7. सोने में अनियमितता
8. एल्कोहोल का सेवन
9. हाॅर्मोनल चेंज
10. बर्थ कंट्रोल पिल्स
11. अनियमित पीरियड्स
12. थकावट
13. दवाईयों का अत्यधिक सेवन

माइग्रेन के विभिन्न चरण

माइग्रेन चार चरणों में होता है, जैसे

1. प्रोड्रोम-

माइग्रेन से 1-2 दिन पहले, माइग्रेन से पीड़ित लगभग 60% लोगों में ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं.

1. प्रकाश, आवाज या गंध के प्रति संवेदनशील होना

2. थकान

3. भूख की कमी

4. गंभीर प्यास

5. कब्ज या दस्त

2. औरा-

केवल 20% माइग्रेन पीड़ित सिरदर्द शुरू होने से पहले औरा का अनुभव करते हैं.
इसमें कई ऐसे लक्षण होते हैं जिसकी वजह से इंसान को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. जैसे कि ज़िगज़ैग विजन, लाइट विज़न या प्रकाश की चमक. इस तरह के लक्षण कुछ मिनटों से लेकर लगभग एक घंटे तक दिखाई दे सकते हैं.

3. अटैक-

इस चरण का प्रभाव लगभग चार घंटे से लेकर तीन दिन तक रह सकता है. स्थिति के अनुसार इसका असर सिर के एक तरफ या दोनों तरफ भी हो सकता है. ऐसी अवस्था को पहचानने के लिए कुछ संकेत हैं, जैसे मतली, उल्टी, बेहोशी, या प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता. लगभग 80% लोगों को सिरदर्द के साथ मतली और उल्टी होती है.

4. पोस्ट ड्रोम-

माइग्रेन के इस अंतिम चरण में इंसान को कमज़ोरी और थकान महसूस होती है. 


खाने के चीजे जो माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है.

1. चॉकलेट

2. डेयरी प्रोडक्ट, विशेष रूप से चीज

3. मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) 

4. रेड वाइन, पुराने  पनीर, स्मोक्ड मछली, चिकन लीवर, अंजीर और कुछ बीन्स.

5. फल (एवोकैडो, केला, खट्टे फल)

6. नाइट्रेट युक्त मीट 

7. प्याज

8. मूंगफली और दूसरे नट और बीज

9. प्रोसेसड, फर्मेंटेड, या मसालेदार भोजन

माइग्रेन से बचाव के उपाय

1. पर्याप्त नींद लेना
2. एक्सरसाइज
3.  दिनचर्या को संतुलित रखना

माइग्रेन के घरेलू उपाय

1. योगा करना.
2. आइस पैक लगाएं और सेके.
3. बंद अंधेरे कमरे में आराम करें.
4. स्ट्रेस ना लें. 

यह भी पढ़ें: Chia seeds: सिर्फ फायदे ही नहीं... चिया सीड्स ज्यादा खाने से शरीर को हो सकते हैं ये नुकसान