बारिश के मौसम में तेजी से फैलता है अमीबियासिस, जानिए इसके लक्षण औऱ बचाव के टिप्स...

Amebiasis Infection: बारिश का खुशनुमा मौसम जहां गर्मियों से राहत देता है. वहीं अपने साथ कई तरह के संक्रमण रोग भी साथ लाता है. इस मौसम में बीमारियों का फैलना तो बहुत ही आम है. बरसात में सेहत का ख्याल ना रखा जाए तो आप कई तरह के संक्रमण रोग की चपेट में आ सकते हैं. इन्हीं में से एक बीमारी है अमिबियासिस. आइए जानते हैं इसके कारण लक्षण और बचाव के टिप्स. अमिबियासिस क्या है? अमिबियासिस आंतों में होने वाला एक परजीवी संक्रमण है जो एंटअमीबा हिस्टॉलिटिका नामक प्रोटोजोआ के कारण होता है. इस बीमारी को अमीबिक डिसेंट्री के नाम से भी जाना जाता है. ये बीमारी होने पर पेट में ऐठन, दर्द और पतला मल होता है.परजीवी जीवाणु से होने वाला अमीबियासिस प्रमुख रूप से वॉटर बॉर्न डिजीज है.ये संक्रमित पानी पीने और दूषित खाद्य पदार्थों के सेवन से होता है. ये उन जगहों पर ज्यादा होना है जहां पर ठीक से साफ सफाई ना हो.ये परजीवी बड़ी आंत को अपना घर बनाता है फिर शरीर के कई सिस्टम को प्रभावित करता ह.अमीबियासिस से पीड़ित व्यक्ति के पेट में सिस्ट बनने के 1 से 4 हफ्ते बाद इस बीमारी के लक्षण नजर आने लगते हैं.हालांकि सिर्फ 10 से 20 फीसदी लोग ही अमीबियासिस के कारण बीमार पड़ते हैं क्या हैं इसके लक्षण? पेट में ऐठन और दर्द होना रोगी को डायरिया और डिसेंट्री की शिकायत गंभीर स्थिति में शौच के साथ खून आना पेट में दाहिनी और पसलियों के अंदर तेज दर्द तेज बुखार उल्टी होना चक्कर आना भूख कम लगना इन बातों का रखें ध्यान शौचालय और टॉयलेट सीट की नियमित सफाई करें बरसात के मौसम में पब्लिक टॉयलेट इस्तेमाल करने से बचें. हमेशा हाथ धोकर ही खाना खाएं. बच्चों का डायपर बदलने के बाद गर्म पानी से हाथ धोएं. बाहर से आए फलों और सब्जियों को अच्छे से धोएं. मार्केट में मिलने वाले आइस क्यूब का इस्तेमाल करने से बचें. बाहर का खाना या स्ट्रीट फूड खाने से बचें. Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. ये भी पढ़ें: हद से ज्यादा ब्लैक या लेमन टी पीते हैं... तो हो जाएं सावधान, किडनी में हो सकती है कई पथरी

बारिश के मौसम में तेजी से फैलता है अमीबियासिस, जानिए इसके लक्षण औऱ बचाव के टिप्स...

Amebiasis Infection: बारिश का खुशनुमा मौसम जहां गर्मियों से राहत देता है. वहीं अपने साथ कई तरह के संक्रमण रोग भी साथ लाता है. इस मौसम में बीमारियों का फैलना तो बहुत ही आम है. बरसात में सेहत का ख्याल ना रखा जाए तो आप कई तरह के संक्रमण रोग की चपेट में आ सकते हैं. इन्हीं में से एक बीमारी है अमिबियासिस. आइए जानते हैं इसके कारण लक्षण और बचाव के टिप्स.

अमिबियासिस क्या है?

अमिबियासिस आंतों में होने वाला एक परजीवी संक्रमण है जो एंटअमीबा हिस्टॉलिटिका नामक प्रोटोजोआ के कारण होता है. इस बीमारी को अमीबिक डिसेंट्री के नाम से भी जाना जाता है. ये बीमारी होने पर पेट में ऐठन, दर्द और पतला मल होता है.परजीवी जीवाणु से होने वाला अमीबियासिस प्रमुख रूप से वॉटर बॉर्न डिजीज है.ये संक्रमित पानी पीने और दूषित खाद्य पदार्थों के सेवन से होता है. ये उन जगहों पर ज्यादा होना है जहां पर ठीक से साफ सफाई ना हो.ये परजीवी बड़ी आंत को अपना घर बनाता है फिर शरीर के कई सिस्टम को प्रभावित करता ह.अमीबियासिस से पीड़ित व्यक्ति के पेट में सिस्ट बनने के 1 से 4 हफ्ते बाद इस बीमारी के लक्षण नजर आने लगते हैं.हालांकि सिर्फ 10 से 20 फीसदी लोग ही अमीबियासिस के कारण बीमार पड़ते हैं

क्या हैं इसके लक्षण?

  • पेट में ऐठन और दर्द होना
  • रोगी को डायरिया और डिसेंट्री की शिकायत
  • गंभीर स्थिति में शौच के साथ खून आना
  • पेट में दाहिनी और पसलियों के अंदर तेज दर्द
  • तेज बुखार
  • उल्टी होना
  • चक्कर आना
  • भूख कम लगना

इन बातों का रखें ध्यान

  • शौचालय और टॉयलेट सीट की नियमित सफाई करें
  • बरसात के मौसम में पब्लिक टॉयलेट इस्तेमाल करने से बचें.
  • हमेशा हाथ धोकर ही खाना खाएं.
  • बच्चों का डायपर बदलने के बाद गर्म पानी से हाथ धोएं.
  • बाहर से आए फलों और सब्जियों को अच्छे से धोएं.
  • मार्केट में मिलने वाले आइस क्यूब का इस्तेमाल करने से बचें.
  • बाहर का खाना या स्ट्रीट फूड खाने से बचें.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

ये भी पढ़ें: हद से ज्यादा ब्लैक या लेमन टी पीते हैं... तो हो जाएं सावधान, किडनी में हो सकती है कई पथरी