CG News: पूर्व सीएम ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को लिखा पत्र, भूपेश बोले- चुनावों को लेकर भ्रांतियां दूर करें

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर स्थानीय निकाय और पंचायत चुनावों की प्रक्रिया के संबंध में निम्न महत्वपूर्ण सवाल पूछे हैं।

CG News: पूर्व सीएम ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को लिखा पत्र, भूपेश बोले- चुनावों को लेकर भ्रांतियां दूर करें

छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। नामांकन प्रक्रिया जारी है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर स्थानीय निकाय और पंचायत चुनावों की प्रक्रिया के संबंध में निम्न महत्वपूर्ण सवाल पूछे हैं।

पूर्व सीएम बघेल ने पत्र में लिखा कि राज्य भर से आये कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नागरिकों से मिल रही जानकारियों से ऐसा लगता है कि चुनाव को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इससे कई भ्रांतियां भी फैल रही है। उन्होंने आगे लिखा कि जिन मुद्दों को लेकर आम नागरिकों के मन में सवाल है उनका उल्लेख क्रमवार किया गया है।

पूर्व सीएम बघेल ने पूछे सवाल
1. क्या यह सूचना सही है कि स्थानीय निकायों के चुनावों में EVM का प्रयोग तो होगा लेकिन EVM के साथ VVPAT का प्रयोग नहीं किया जाएगा। अगर ऐसा है तो क्या यह चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर बड़ा प्रश्न चिन्ह नहीं लगाता है?
2. सूचना मिली है कि महापौर/नगर पालिका अध्यक्ष/ नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षदों के मत एक ही EVM मशीन पर डाले जाएँगे। यानि एक ही मशीन पर मतदाता को दो मत डालने होंगे। ऐसा संभवतः भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में पहली बार होगा। इस चुनाव प्रक्रिया के लिए मतदाताओं को प्रशिक्षित/जागरूक किए बिना ऐसा करना क्या ठीक होगा? क्या इसके लिए नई मशीनें मँगवाईं गयीं हैं या पुरानी मशीनों में नई प्रोग्रामिंग की गई है?
3.मशीनों के नियमित मेंटेनेंश के लिए और नई पद्धति से चुनावों के लिए मशीनों की जो प्रोग्रामिंग की गई है उसका ज़िम्मा किस एजेंसी को दिया गया है? क्या यह एजेंसी केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा अधिकृत की गयी है?

4.भारत में केंद्रीय चुनाव आयोगों के दिशा निर्देशों के अनुसार अगर कई चुनाव एक साथ हो रहे हों तो सभी चुनावों के परिणाम अंतिम चुनाव के बाद ही जारी किए जाते हैं जिससे कि एक चुनाव के परिणाम का प्रभाव दूसरे चुनावों पर न पड़े। जो चुनाव कार्यक्रम जारी किए गए हैं उसके अनुसार चुनावों के बीच भी परिणाम जारी किए जाएँगे। क्या यह केंद्रीय चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों की अवहेलना नहीं है? क्या इससे चुनावों की निष्पक्षता पर असर नहीं पड़ेगा?

उन्होंने आखिरी में लिखा कि प्रत्येक चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी हो, यह लोकतंत्र के लिए अत्यंत आवश्यक है। आशा है कि जनता के मन में उपजे इन सवालों के जवाब आप मुझे अतिशीघ्र उपलब्ध कराएंगे और सार्वजनिक रूप से प्रकाशित करेंगे।