टीबी उन्मूलन में इंडियनऑयल का बड़ा योगदान, राज्य सरकार ने किया सम्मानित
भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में टीबी उन्मूलन में अहम योगदान के लिए इंडियनऑयल को सम्मानित किया गया। कंपनी ने मध्य प्रदेश में जांच सुविधाओं को बेहतर बनाने हेतु उपकरण प्रदान किए हैं।

भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में तपेदिक (टीबी) उन्मूलन के प्रयासों में इंडियनऑयल के अहम योगदान को मान्यता दी है। राजधानी भोपाल में आयोजित एक समारोह में माननीय राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंडियनऑयल को सम्मानित किया।
इंडियनऑयल ने राज्य सरकार के राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) को सशक्त बनाने हेतु 100 पोर्टेबल मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक मशीनें (TrueNat) और 52 हैंडहेल्ड एक्स-रे डिवाइस उपलब्ध कराए हैं, जिससे ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में त्वरित और सटीक जांच संभव हो पाई है। इंडियनऑयल की ओर से श्री पी. के. सकलेचा, महाप्रबंधक (एचआर-सीएसआर) और श्री श्रेयांश दीक्षित, मुख्य प्रबंधक (एचआर-सीएसआर) ने यह सम्मान प्राप्त किया।
जुलाई 2024 में इंडियनऑयल ने राज्य एनटीईपी सेल के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत प्रदेश में टीबी जांच की क्षमता को बढ़ाया गया। इन अत्याधुनिक उपकरणों के माध्यम से फ्रंटलाइन स्वास्थ्यकर्मियों को शुरुआती स्तर पर टीबी के मामलों की पहचान करने और समय रहते इलाज शुरू करने में मदद मिल रही है।
इस पहल के तहत अब तक लगभग 3.44 लाख लोगों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 22,000 से अधिक टीबी पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है। इससे ग्रामीण एवं संवेदनशील इलाकों में समय पर हस्तक्षेप कर कई बहुमूल्य जीवन बचाए जा सके हैं और संक्रमण की श्रृंखला को भी तोड़ा गया है। ये डिवाइस मध्य प्रदेश के करीब 50 जिलों में लगाए गए हैं।
इस अवसर पर इंडियनऑयल के मुख्य महाप्रबंधक एवं राज्य प्रमुख श्री अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा, “इंडियनऑयल हमेशा सामुदायिक कल्याण के कार्यों में अग्रणी रहा है। ‘टीबी मुक्त भारत’ अभियान में हमारा सहयोग राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2025 तक भारत को टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य के अनुरूप है। इससे पहले वर्ष 2022 में इंडियनऑयल ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की केंद्रीय टीबी प्रभाग तथा उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य सरकारों के साथ भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे।
इंडियनऑयल देश की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को तकनीकी-सशक्त और सतत पहलों के माध्यम से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे समाज को सशक्त बनाया जा सके और नागरिकों के जीवन में सुधार लाया जा सके।
रवीन्द्र सोनी