मुरैना- कूनो से 75 किलोमीटर दूर पगारा कोठी की सडक़ पर दिखाई दिया चीता परिवार

कूनो से निकले ज्वाला चीता और उसके चार शावक पगारा बांध के पास देखे गए, राहगीरों ने सड़क पार करते हुए वीडियो भी बनाया। कूनो प्रबंधन निगरानी में जुटा।

मुरैना- कूनो से 75 किलोमीटर दूर पगारा कोठी की सडक़ पर दिखाई दिया चीता परिवार

तहसील मुख्यालय से मात्र 6 से 8 किलोमीटर की दूरी पर राहगीरों को जब सडक़ पार करते हुए एक साथ पांच चीते दिखाई दिए। तब वह किसी अनहोनी की आशंका से भयभीत हुए लेकिन दिल मजबूत कर एक वीडियो चीता  के सडक़ पार करता हुआ बना डाला । नगरवासियों का यह दल सुबह पगारा बांध पर भ्रमण के लिए गया हुआ था। पांच चीता का यह परिवार मादा ज्वाला चीता का बताया जा रहा है । इसमें ज्वाला चीता के साथ उसके चार शावक कूनो से एक बार जब निकले हैं उसके बाद दोबारा उस जंगल में वापस नहीं पहुंचे। आज ज्वाला चीता का परिवार पगारा बांध मोड पर कैलारस की ओर से बांध के नीचे देवगढ़ गांव की तरफ मूव कर गया है। हालांकि इन चीतों के पीछे कूनों अभ्यारण की ट्रैकिंग टीम भी लगी हुई है।

वह चीता की लोकेशन लेकर निगरानी कर रही है। शहर के सैकड़ों लोग सुबह के भ्रमण पर अपने वाहनों से पगारा बांध की ओर जाते हैं। पगारा कोठी पर व्यायाम कर देर सुबह तक वापस लौट आते हैं। आज सुबह शहर निवासी वृन्दावन गोस्वामी अपने 6 साथियों के साथ 4 दुपहिया वाहन लेकर पगारा बांध की तरफ जा रहे थे। यह सभी प्रति रविवार बंदर सेवा के लिये जाते हैं। आज भी यह दल सुबह 6 बजे जैसे ही पगारा कोठी के नजदीक पहुंचा। उसी समय सडक़ पर खड़ा एक चीता नजर आया।  यह सभी लोग भयभीत तो हो गये, लेकिन दिल मजबूत कर चीता गतिविधियों को अपनी मोबाइल में कैद कर लिया। इनके अनुसार चीता दल स्वयं अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क दिखाई दिया। सडक़ पार करने के दौरान पहले एक चीता ने आकर निगरानी की उसके बाद पूरी सडक़ को पार किया । इसके बाद ही दो चीते निकले और सबसे पीछे भी दो चीता ने निकलकर सडक़ पार की।  सभी चीता पगारा बांध के किनारे बने देवगढ गांव की और जाना बताया जा रहा है।

कूनो अभ्यारण से पगारा बांध की दूरी लगभग 70 किलोमीटर की हैं। ज्वाला चीता का परिवार कूनो अभ्यारण्य से निकलकर वीरपुर, श्यामपुर, सबलगढ़ तक दिखाई दे रहा था। आज यह जौरा में पगारा बांध के किनारे दिखाई दिया है। चीता का यह परिवार कहां तक भ्रमण करेगा ओर यह वापस अभ्यारण में कब लौटेगा। इसके विषय में भी कोई कुछ नहीं बता सकता। बहरहाल चीता दल के पगारा बांध क्षेत्र में आने की सूचना तेज गति से गांव-गांव पहुंच रही है । पशु प्रेमियों का मानना है कि भीषण गर्मी के इस दौर में चीता दल को भी पानी की पर्याप्त व्यवस्था बांध के टेल क्षेत्र में भरपूर उपलब्ध रहेगी। चीता एवं उनके परिवार के संबंध में कूनो अभ्यारण्य का प्रबंधन चीता की पहचान नहीं बता रहा है, ना ही उनकी लोकेशन के बारे में कोई जानकारी दे रहा है। फोन पर हुए संपर्क में कूनों प्रबंधन ने स्वीकार किया कि उनका निगरानी दल चीता दल का पीछा कर रहा है और सभी चीते स्वस्थ हैं।