Union Budget 2025: बजट पढ़ने से पहले वित्त मंत्री को राष्ट्रपति ने क्यों खिलाई दही-चीनी, जरूरी है आपके लिए जानना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2025-2026 के लिए बजट भाषण पेश कर दिया है. इससे पहले वित्त मंत्री राष्ट्रपति भवन पहुंची.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2025-2026 के लिए बजट भाषण पेश कर दिया है. इससे पहले वित्त मंत्री राष्ट्रपति भवन पहुंची. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बजट के प्रावधानों की जानकारी देते हुए उनसे बजट पढ़ने की अनुमति मांगी. राष्ट्रपति ने केंद्रीय वित्त मंत्री को अपने हाथों से दही-चीनी खिलाकर उन्हें गुड लक कहा. राष्ट्रपति के गुडलक संदेश के साथ वित्त मंत्री यूनियन कैबिनेट की बैठक और फिर संसद भवन के लिए रवाना हो गईं.
राष्ट्रपति को दी बजट की जानकारी
राष्ट्रपति भवन में केंद्रीय वित मंत्री के साथ केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी और वित्त मंत्रालय के दूसरे अधिकारी भी मौजूद थे. राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ बजट पर चर्चा करने के बाद वित्त मंत्री यूनियन कैबिनेट की मीटिंग में भाग लेने के लिए रवाना हो गईं. वहां केंद्रीय कैबिनेट पर संक्षिप्त चर्चा के बाद बजट को संसद के पटल पर रखने की मंजूरी दे दी. बजट भाषण से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री के राष्ट्रपति से शिष्टाचार भेंट और उसके बाद यूनियन कैबिनेट की बैठक में बजट पेश करने की सहमति लेना लंबे समय से चली आ रही परंपरा है.
क्या है दही-चीनी की रस्म, जिसकी हो रही है चर्चा
वित्त मंत्री को राष्ट्रपति की ओर से अपने हाथों से दही-चीनी खिलाने की खूब चर्चा हो रही है. दरअसल, दही-चीनी भारतीय परंपरा में शुभकामना का प्रतीक माना जाता है. किसी भी व्यक्ति के कहीं रवाना होने से पहले दही-चीनी खिलाकर सांकेतिक रूप में यह कहा जाता है कि आप जिस काम के लिए निकल रहे हैं, उसमें सफल होंगे. इसलिए भारतीय परिवारों में परिवार के किसी सदस्य के बाहर जाने के लिए प्रस्थान करते वक्त दही-चीनी खिलाई जाती है. दही-चीनी को शुभ माना जाता है. इसे रास्ते में आने वाले किसी विघ्न-बाधा के हटाने की प्रतीक के तौर पर भी देखा जाता है.