UP: रियासत-विरासत संग वर्चस्व की जंग, कैसरगंज में भाजपा के पैंतरे से सभी दलों में दावेदारों की तस्वीर धुंधली

अवध के तीन मंडलों में शामिल देवीपाटन की सियासी धमक सूबे में अलग ही है। यहां के चारों लोकसभा क्षेत्रों की अपनी खास राजनीतिक रसूख भी है।

UP: रियासत-विरासत संग वर्चस्व की जंग, कैसरगंज में भाजपा के पैंतरे से सभी दलों में दावेदारों की तस्वीर धुंधली

अवध के तीन मंडलों में शामिल देवीपाटन की सियासी धमक सूबे में अलग ही है। यहां के चारों लोकसभा क्षेत्रों की अपनी खास राजनीतिक रसूख भी है।

अवध के तीन मंडलों में शामिल देवीपाटन की सियासी धमक सूबे में अलग ही है। यहां के चारों लोकसभा क्षेत्रों की अपनी खास राजनीतिक रसूख भी है। भले अभी तीन सीटों पर ही प्रत्याशियों का दम दिख रहा है, लेकिन बिना लड़ाके के ही कैसरगंज में सियासी शोर मचा हुआ है। 

पार्टियों की चौखट से टिकट के बाहर आने के इंतजार में भी रोमांचक दौर चल रहा है, वहीं तीन अन्य सीटों पर रियासत, विरासत और वर्चस्व की जंग देखते ही बन रही है। मतदाताओं को साधने में पूरे दिन झुलस रहे रणबांकुरों पर सहालग का मरहम भी है। शाम की पारी निमंत्रण के बहाने ही सही, राजनीति में रंग और रम जा रही है।

अयोध्या से सटी गोंडा संसदीय सीट पर रियासत के सियासी सफर को कायम रखने की कशमकश दिख रही है। यहां विरासत को मुकाम देने की जद्दोजहद भी है। चुनौती ऐसी है कि राजनीतिक महारथियों के माथे पर बल भी दिख रहा है। पांचवीं बार संसद की दहलीज लांघने को बढ़ रहे कदम के सामने सियासी घराने की पीढ़ी को भी चुनौती मिल रही है।

यहां का चुनाव दिनोंदिन जातीय समीकरण की ओर बढ़ रहा है। गोंडा संसदीय सीट से सटे श्रावस्ती संसदीय क्षेत्र में भी विरासत व विकास की सियासत चरम पर है। दलों ने प्रत्याशियों को उतारकर राजनीतिक माहौल को नया मोड़ तो दिया है, लेकिन चुनाव सीमित दायरे में सिमटता दिख रहा है। 

पूरी दुनिया में वर्चस्व कायम करने में श्रावस्ती का मतदाता खामोशी से धुरंधरों के दांव पर पैनी नजर रखे है। आमने- सामने की बनती सियासी जंग में परंपरागत मतों के साथ ही हाल के दिनों में जुड़े युवा मतदाता चुनाव में बड़ा दांव चलने को तैयार हैं।

बहराइच सुरक्षित सीट पर लड़ाकों की महफिलें सज गईं हैं और एक दूसरे को चुनौतियां देने में तीनों मुस्तैद हैं। दिलेरी और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पहचाने जाने वाले क्षेत्र में अब सियासी लहरों की कलाबाजियां नए रस घोल रहीं हैं।