खून की होली: छप्पर में सो रहे पति-पत्नी की पिता और दो पुत्रों ने कुल्हाड़ी से काट कर की हत्या, दो हिरासत में
होली पर जहां एक ओर लोग गुलाल और रंगों से एक-दूसरे को रंग रहे थे, वहीं पिता और पुत्रों ने खून की होली खेलने की साजिश रची। होली वाली रात पिता और पुत्रों ने छप्पर में सो रहे पति-पत्नी की कुल्हाड़ी से काट कर हत्या कर दी।

होली पर जहां एक ओर लोग गुलाल और रंगों से एक-दूसरे को रंग रहे थे, वहीं पिता और पुत्रों ने खून की होली खेलने की साजिश रची। होली वाली रात पिता और पुत्रों ने छप्पर में सो रहे पति-पत्नी की कुल्हाड़ी से काट कर हत्या कर दी।
पति-पत्नी छप्पर में चारपाई पर सो रहे थे। तभी रात्रि में पिता एवं उसके दो पुत्र कुल्हाड़ी-डंडे लेकरआ गए। तीनों ने सोते हुए बॉबी के ऊपर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ प्रहार किया, जिससे उसकी मौके पर मृत्यु हो गई। पास में सोई पत्नी सुनीता जान बचाने के लिए भागी तो 20 मीटर दूर उसे पगडंडी पर गिराकर कुल्हाड़ी से काट दिया।
होली पर जहां एक ओर लोग गुलाल और रंगों से एक-दूसरे को रंग रहे थे, वहीं पिता और पुत्रों ने खून की होली खेलने की साजिश रची। होली वाली रात पिता और पुत्रों ने छप्पर में सो रहे पति-पत्नी की कुल्हाड़ी से काट कर हत्या कर दी। शवों के पास खून ही खून नजर आ रहा था। पुलिस ने मामले में पिता और एक पुत्र को हिरासत में लिया है। मामले की रिपोर्ट मृतक के पुत्र ने पिता एवं दो पुत्रों के खिलाफ कोतवाली में दर्ज कराई है।
सिकंद्राराऊ कोतवाली के गांव पोरा के बाहर 25 मार्च की रात्रि 45 वर्षीय बॉबी पुत्र महावीर व 36 वर्षीय उनकी पत्नी सुनीता अपने खेत में बने मकान के बाहर छप्पर में चारपाई पर सो रहे थे। तभी रात्रि लगभग 10:30 बजे गांव निवासी नन्नू पुत्र देवीलाल एवं उसके दो पुत्र राजकुमार एवं रामू कुल्हाड़ी-डंडे लेकर छप्पर में आ गए। तीनों ने सोते हुए बॉबी के ऊपर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ प्रहार किया, जिससे उसकी मौके पर मृत्यु हो गई। पास में सोई पत्नी सुनीता जान बचाने के लिए भागी तो 20 मीटर दूर उसे पगडंडी पर गिराकर कुल्हाड़ी से काट दिया। दोनों की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
बताया जाता है की बॉबी ने मकान में ही गुटखा-तंबाकू की दुकान खोल रखी थी । 25 मार्च की दोपहर उसका नन्नू से किसी बात पर झगड़ा एवं मारपीट हो गई थी। पास ही में भट्टे पर काम कर रहे हैं मजदूरों ने नन्नू को बचा लिया। रात होते ही नन्नू के सिर पर खून सवार हो गया। तथा उसने अपने दो पुत्रों के साथ पति-पत्नी की निर्मम हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया ।
झोपड़ी के पास कमरे मे ही बॉबी का पुत्र पंकज 19 वर्ष सो रहा था, उसने जब सारा मंजर देखा तो वह जान बचाने की गरज से चुपचाप झोपड़ी में ही बैठा रहा। मौका मिलते ही भाग कर उसने पास के सौंफ के खेत में छुप कर अपनी जान बचाई । घटना के बाद वह चीख़ता हुआ भागा तो काफी भीड़ एकत्रित हो गई । रात्रि में ही पुलिस अधीक्षक हाथरस निपुण अग्रवाल एवं सहायक पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मौके पर पहुंच गए। मृतक बॉबी के घर में उसके पुत्र पंकज तथा पुत्री चांदनी बचे हैं। वारदात के समय चांदनी अपने गांव वाले घर में थी । नामजद आरोपी नन्नू पास के भट्ठे पर चौकीदार की नौकरी करता हैं । वह पास के गांव टोडरपुर का रहने वाला है।
25 मार्च की देर रात्रि में थाना सिकन्द्राराऊ पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम पोरा निवासी बौबी व उसकी पत्नी की पास में भट्टे पर काम करने वाले आरोपी नन्नू व उसके लडकों द्वारा हत्या कर दी है । सूचना पर पुलिस अधीक्षक हाथरस व थाना सिकन्द्राराऊ पुलिस द्वारा मौके पर पहुँचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया गया । फील्ड यूनिट टीम द्वारा भी मौके पर पहुँचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया गया । घटना के सम्बन्ध में थाना सिकन्द्राराऊ पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्त नन्नू व उसके पुत्र रामू को हिरासत में लेकर विधिक कार्यवाही की जा रही है ।- निपुण अग्रवाल, एसपी, हाथरस