'मैं शीशे में अपना मुँह नहीं देखना चाहती, उनके शब्द मेरे कानों में गूँजते हैं'

पूर्वी दिल्ली के इलाक़े में हुई कथित गैंगरेप की घटना को एक साल बीत गया है, और पीड़िता इंसाफ़ के लिए क़ानूनी लड़ाई लड़ रही है.

'मैं शीशे में अपना मुँह नहीं देखना चाहती, उनके शब्द मेरे कानों में गूँजते हैं'
पूर्वी दिल्ली के इलाक़े में हुई कथित गैंगरेप की घटना को एक साल बीत गया है, और पीड़िता इंसाफ़ के लिए क़ानूनी लड़ाई लड़ रही है.