प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' में योग, तीर्थयात्रा, स्वास्थ्य, आपातकाल और महिला सशक्तिकरण पर विशेष चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी ने 'मन की बात' में योग दिवस, तीर्थयात्रा, स्वास्थ्य उपलब्धियों, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण और आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' में योग, तीर्थयात्रा, स्वास्थ्य, आपातकाल और महिला सशक्तिकरण पर विशेष चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के जून 2025 एपिसोड में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की भव्यता, तीर्थयात्राओं की सेवा परंपरा, भारत की स्वास्थ्य संबंधी उपलब्धियों, आपातकाल की विभीषिका, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, अंतरिक्ष मिशन, और भारत की सांस्कृतिक विरासत पर विस्तार से चर्चा की।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष 'योग दिवस' पर विश्वभर में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। विशाखापत्तनम, दिल्ली, कश्मीर और हिमालय तक योग कार्यक्रमों की झलक दिखाई दी। उन्होंने 'एक पृथ्वी - एक स्वास्थ्य' थीम को वैश्विक शांति और स्थिरता का प्रतीक बताया।

मोदी ने तीर्थयात्राओं को सेवा भाव और सामाजिक समर्पण से जोड़ा और कैलाश मानसरोवर, अमरनाथ और जगन्नाथ रथयात्रा का विशेष उल्लेख किया।

भारत को ट्रेकोमा-मुक्त घोषित करने और 95 करोड़ लोगों तक सामाजिक सुरक्षा योजनाएं पहुंचने पर उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों और योजनाओं की सराहना की।

आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर उन्होंने उस काले दौर की याद दिलाते हुए लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनता के संघर्ष को नमन किया।

बोडोलैंड में फुटबॉल टूर्नामेंट, मेघालय के एरी सिल्क को GI टैग, तेलंगाना व कर्नाटक में महिलाओं द्वारा शुरू किए गए उद्यमों, मध्यप्रदेश की मशरूम फार्मिंग, पर्यावरण संरक्षण में पाटोदा गांव की पहल और 'एक पेड़ माँ के नाम' जैसे अभियानों को भी प्रमुखता दी।

वियतनाम में भगवान बुद्ध के अवशेषों की यात्रा और श्रद्धा का जिक्र कर उन्होंने सांस्कृतिक कनेक्ट को रेखांकित किया। अंत में 1 जुलाई को डॉक्टरों और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के योगदान की सराहना की।