यूरोपीय आयोग ने 2035 तक डीजल- पेट्रोल वाहनों की बिक्री रोकने की योजना की समीक्षा तेज करने का किया वादा

यूरोपीय आयोग ने 2035 तक डीजल-पेट्रोल वाहनों की बिक्री रोकने की योजना की समीक्षा जल्द करने का वादा किया। ऑटो निर्माताओं की मांग पर ईवी, प्लग-इन हाइब्रिड और लो-इमिशन वाहनों को अधिक विकल्प देने पर विचार।

यूरोपीय आयोग ने 2035 तक डीजल- पेट्रोल वाहनों की बिक्री रोकने की योजना की समीक्षा तेज करने का किया वादा

यूरोपीय आयोग (EU) ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह 2035 तक डीजल-पेट्रोल इंजन वाले वाहनों की बिक्री समाप्त करने की योजना की समीक्षा को तेज करेगा। यह कदम यूरोप के ऑटो उद्योग पर बढ़ते दबाव के बीच आया है। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने ब्रसेल्स में ऑटो उद्योग के प्रमुखों के साथ बैठक की और उत्सर्जन लक्ष्य को ढील देने पर विचार किया।

बैठक में आयोग ने बताया कि शुरू में 2026 में निर्धारित समीक्षा को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा ताकि निर्माता योजनाओं के प्रति स्पष्टता प्राप्त कर सकें। वॉन डेर लेयेन ने दिसंबर तक इसके लिए प्रस्ताव लाने का आश्वासन दिया।

जर्मनी के ऑटोमोबाइल उद्योग संघ VDA की अध्यक्ष हिल्डेगार्ड मुलर ने कहा कि सख्त CO2 नियम प्रतिस्पर्धात्मकता को खतरे में डालते हैं और पूरी उद्योग प्रक्रिया पर प्रभाव डालते हैं। उन्होंने कहा कि अब आयोग को कार्रवाई करनी चाहिए।

यह बैठक जनवरी में शुरू किए गए EU के पहल का तीसरा चरण थी, जिसका उद्देश्य 13 मिलियन लोगों को रोजगार देने वाले और यूरोप की GDP में लगभग 7% योगदान देने वाले ऑटो उद्योग का समर्थन करना है। बैठक में Renault, Stellantis, BMW और Mercedes-Benz के प्रमुख उपस्थित थे।

ऑटो निर्माता उच्च लागत, बैटरी पर एशियाई निर्भरता, अमेरिकी टैरिफ और असमान चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी चुनौतियों का हवाला देते हुए, 2035 लक्ष्य को "अब व्यावहार्य नहीं" मानते हुए अधिक समय और प्रोत्साहनों की मांग कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि प्लग-इन हाइब्रिड, उच्च दक्षता वाले इंजन और अन्य लो-इमिशन वाहन विकल्प के रूप में मौजूद रहें।

ग्रीन समूह और ईवी उद्योग इस विचार के विरोध में हैं और कहते हैं कि निवेश और नवाचार को बनाए रखने के लिए तय दिशा पर टिके रहना जरूरी है। यूरोपीय आयोग ने संकेत दिया कि तकनीकी लचीलापन और डिकार्बोनाइजेशन के बीच संतुलन लाने पर विचार किया जा रहा है।

बैठक में यह भी बताया गया कि यूरोप में बने छोटे इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक नई नियामक श्रेणी बनाई जाएगी। वॉन डेर लेयेन ने पहले 1.8 बिलियन यूरो की बैटरी उत्पादन बढ़ाने की योजना की भी घोषणा की थी।