Etawah Burning Train: यात्रियों ने बताई आपबीती, चारों तरफ आग और धुआं था; बस समझ लीजिए मौत से बचे

बस इतना समझ लीजिए कि मौत सामने थी और हम लोगों को छठ मइया ने बचा लिया। ट्रेन की बोगी जिस तरह से जल रही थी, अगर कुछ मिनट पहले बाहर नहीं निकले होते तो हड्डी की राख ही मिलती।

Etawah Burning Train: यात्रियों ने बताई आपबीती, चारों तरफ आग और धुआं था; बस समझ लीजिए मौत से बचे
बस इतना समझ लीजिए कि मौत सामने थी और हम लोगों को छठ मइया ने बचा लिया। ट्रेन की बोगी जिस तरह से जल रही थी, अगर कुछ मिनट पहले बाहर नहीं निकले होते तो हड्डी की राख ही मिलती।