Haryana: हरियाली के लिए महिला शक्ति ने उठाई कांवड़, बच्चों की नौकरी की चिंता तो किसी का अपनी छत का सपना
हरिद्वार से पैदल कांवड़ लाने में महिलाओं की भी टोली चली है। किसी को बच्चों की नौकरी की चिंता तो किसी का अपनी छत का सपना है।

नारी शक्ति ने कांवड़ उठाई। शिव की आराधना की। गंगाजल से अभिषेक और मंत्रों से शृंगार किया। रोहतक से भी कई महिलाएं ऐसी निकली हैं जिन्होंने मन्नत मांगकर कांवड़ उठाई। कई टोली में हरिद्वार गईं तो कई परिवार के साथ शिव मार्ग पर निकलीं। देररात अपने घरों के उन मंदिरों में महिलाओं ने शिव को गंगाजल से अभिषेक कराया जहां से उन्होंने मन्नत की कांवड़ उठाई थी।
कई महिलाएं परिवार के साथ शक्ति बनकर चल रही थीं। वहीं, रोहतक के न्यू विजय नगर की महिलाएं तो टोली बनाकर हरिद्वार से वापस आ रही थीं। किसी ने बच्चों की नौकरी तो किसी ने अपने घर की छत के लिए प्रार्थना की। रोहतक के रोहताश नगर की 61 वर्षीय राजबाला ने धरा की हरियाली और प्रभु सेवा के लिए कांवड़ उठाई।
उन्होंने अपील की है कि प्रकृति और प्रभु से प्यार करो। हरियाली को बचाओ और एक पाैधा जरूर लगाओ। राजबाला बोलीं, मन्नत ऐसी हाे जिसमें धरा का नवजीवन हो। शांति हो, प्रकृति की खुशहाली हो और हरियाली हो। प्रकृति से प्रेम करो, धरा की सेवा करो। प्रभु से प्यार करो और हरियाली के लिए काम करो। धरा को हरा-भरा रखने के लिए एक पाैधा जरूर लगाओ और दूसरों को भी प्रेरित करो। प्रकृति रहेगी तो शांति और खुशहाली भी बनी रहेगी।
राजबाला के साथ चल रही आर्य नगर की 23 वर्षीय पूजा ने भी मन्नत की कांवड़ उठाई। पूजा की मां का छह वर्ष पहले और पिता का तीन वर्ष पहले निधन हो गया था। उसने कहा कि अपने पैरों पर खड़ी हो जाऊं और ऊंचा नाम कमाऊं, जिससे मेरी भी पहचान बने और सभी का अपनत्व व प्यार मिले, यही प्रभु से कामना की।
महिलाओं की टोली
न्यू विजय नगर की 52 वर्षीय इंद्रावती कहती हैं कि महिलाओं की टोली चली थी। चार ने मन्नत के साथ कांवड़ उठाई। उन्होंने बेटे की खुशहाली और अच्छी नौकरी के लिए मन्नत मांगी। न्यू विजय नगर की 56 वर्षीय बाला ने कहा कि पोते से बहुत प्यार है, उसकी अच्छी सी नाैकरी लग जाए, यही शिव से प्रार्थना की।