हाइलो ओपन 2025: लक्ष्य सेन, किरण जॉर्ज और उन्नति हुड्डा दूसरे दौर में

हाइलो ओपन 2025 में भारत के लक्ष्य सेन, किरण जॉर्ज और उन्नति हुड्डा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने-अपने सिंगल्स मुकाबलों के दूसरे दौर में प्रवेश किया।

हाइलो ओपन 2025: लक्ष्य सेन, किरण जॉर्ज और उन्नति हुड्डा दूसरे दौर में

जर्मनी के सारब्रुकेन शहर में जारी हाइलो ओपन 2025 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया। टूर्नामेंट के पहले दौर में भारत के तीन खिलाड़ियों — लक्ष्य सेन, किरण जॉर्ज और उन्नति हुड्डा — ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर दूसरे दौर में प्रवेश किया।

पुरुष एकल वर्ग में भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन ने बेहतरीन फॉर्म का प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट की शानदार शुरुआत की। उन्होंने फ्रांस के पांचवीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी क्रिस्टो पोपोव को 21-16, 22-20 से मात दी। यह मुकाबला दोनों खिलाड़ियों के बीच तेज़ रफ्तार रैलियों और सटीक स्मैश का गवाह बना।

पहले गेम में लक्ष्य सेन ने आत्मविश्वास भरी शुरुआत की और शुरुआती बढ़त बनाए रखी। दूसरे गेम में पोपोव ने वापसी की कोशिश की, लेकिन निर्णायक क्षणों में लक्ष्य की सटीक नेट प्ले और कोर्ट कवरेज ने उन्हें जीत दिलाई। यह जीत उनके आत्मविश्वास को अगले दौर के लिए मजबूत करेगी। भारत के एक और युवा खिलाड़ी किरण जॉर्ज ने अपने ही देश के अनुभवी शटलर किदांबी श्रीकांत को सीधे गेम में हराकर बड़ा उलटफेर किया। उन्होंने मुकाबला 21-19, 21-11 से अपने नाम किया।

पहले गेम में श्रीकांत ने कुछ अच्छे स्मैश लगाए, लेकिन किरण ने शानदार रक्षात्मक खेल दिखाते हुए बढ़त हासिल की। दूसरे गेम में किरण का आत्मविश्वास और बढ़ गया, उन्होंने लगातार अंक अर्जित करते हुए श्रीकांत को कोई मौका नहीं दिया। किरण जॉर्ज की यह जीत न केवल उनके लिए बल्कि भारतीय बैडमिंटन के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यह संकेत है कि भारत के युवा खिलाड़ी अब विश्व स्तर पर अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए तैयार हैं।

महिला एकल वर्ग में युवा भारतीय खिलाड़ी उन्नति हुड्डा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई। उन्होंने ब्राजील की जुलियाना विएरा को सीधे गेम में 21-4, 21-13 से हराया। पहले गेम में उन्नति ने पूरी तरह दबदबा बनाए रखा और अपने प्रतिद्वंद्वी को केवल चार अंकों पर रोक दिया। दूसरे गेम में भी उन्होंने आक्रामक रुख अपनाया और बिना किसी दबाव के मैच जीता।

सिर्फ 18 वर्षीय उन्नति हुड्डा ने अपने परिपक्व खेल से यह साबित कर दिया कि वह आने वाले समय में भारत की शीर्ष महिला खिलाड़ियों में शामिल हो सकती हैं। भारत के इन तीन खिलाड़ियों की जीत से यह साफ है कि भारतीय बैडमिंटन में अब नई ऊर्जा और गहराई देखने को मिल रही है। एक समय था जब भारतीय बैडमिंटन मुख्यतः साइना नेहवाल और पीवी सिंधु के इर्द-गिर्द केंद्रित था, लेकिन अब लक्ष्य सेन, किरण जॉर्ज और उन्नति हुड्डा जैसी युवा प्रतिभाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रही हैं।

भारतीय कोचिंग सेटअप, विशेषकर गोपिचंद एकेडमी और अन्य प्रशिक्षण केंद्रों ने इन खिलाड़ियों के खेल को निखारने में अहम भूमिका निभाई है। भारतीय बैडमिंटन संघ (BAI) ने भी युवा प्रतिभाओं के लिए अधिक अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भागीदारी सुनिश्चित की है। अब दूसरे दौर में भारतीय खिलाड़ियों के सामने और कड़ी चुनौतियाँ होंगी। लक्ष्य सेन का अगला मुकाबला संभवतः डेनमार्क के खिलाड़ी केंटो मोमोता या ताइवान के वांग टे-लिन से हो सकता है। वहीं किरण जॉर्ज को अपने अगले मैच में इंडोनेशिया के अनुभवी शटलर से भिड़ना पड़ सकता है।

महिला वर्ग में उन्नति हुड्डा का सामना थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग या जापान की मियु कताओ से होने की संभावना है। इन मुकाबलों में जीत दर्ज करने के लिए भारतीय खिलाड़ियों को अपनी सटीकता और धैर्य बनाए रखना होगा। हाइलो ओपन को बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) कैलेंडर में एक प्रमुख सुपर 300 टूर्नामेंट माना जाता है। यह टूर्नामेंट न केवल खिलाड़ियों की रैंकिंग को प्रभावित करता है, बल्कि उन्हें अगले साल होने वाले BWF वर्ल्ड टूर फाइनल्स के लिए महत्वपूर्ण अंक भी देता है।

भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह टूर्नामेंट अंतरराष्ट्रीय अनुभव हासिल करने का एक बड़ा मंच है, खासकर उन युवाओं के लिए जो वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हाइलो ओपन 2025 में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन उत्साहजनक और प्रेरणादायक है। लक्ष्य सेन, किरण जॉर्ज और उन्नति हुड्डा ने अपने खेल से यह दिखा दिया कि भारत के पास अब विश्व स्तरीय प्रतिभा और प्रतिस्पर्धी भावना दोनों मौजूद हैं।

अगर इन खिलाड़ियों का यह प्रदर्शन अगले दौरों में भी जारी रहा, तो भारत निश्चित रूप से इस टूर्नामेंट में पदक की दौड़ में शामिल रहेगा। भारतीय बैडमिंटन का भविष्य न केवल उज्ज्वल दिख रहा है, बल्कि अब वैश्विक स्तर पर भी अपनी मजबूत छाप छोड़ रहा है।