Mahadev Betting App Scam: अब CBI करेगी दूध का दूध और पानी का पानी, महादेव सट्टा ऐप मामले के खोलेगी सारे राज

Mahadev Betting App Scam Latest News: छत्तीसगढ़ सरकार ने महादेव बेटिंग ऐप सट्टा मामले में बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने इस मामले की जांच को आधिकारिक रूप से केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI)

Mahadev Betting App Scam: अब CBI करेगी दूध का दूध और पानी का पानी, महादेव सट्टा ऐप मामले के खोलेगी सारे राज

Mahadev Betting App Scam Latest News: छत्तीसगढ़ सरकार ने महादेव बेटिंग ऐप सट्टा मामले में बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने इस मामले की जांच को आधिकारिक रूप से केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को स्थानांतरित कर दिया है. इसे लेकर एक अधिसूचना जारी की गई है. सोमवार (26 अगस्त 2024) को इस मालमे की जानकारी सामने आई है.

छतीसगढ़ के गृह मंत्री और उप-मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने घोषणा की कि अब यह मामला CBI के अधिकार क्षेत्र में है, जो विदेश से कथित रूप से संचालित होने वाले मास्टरमाइंड की जांच करेगी.

16 महीने से ईडी कर रही थी मामले की जांच

ED पिछले 16 महीनों से महादेव सट्टा ऐप मामले की जांच कर रही थी, जिसमें कई प्रमुख हस्तियों, जिनमें पूर्व कांग्रेस मंत्री, राज्य पुलिस अधिकारी और प्रमुख संपत्ति डीलरों के साथ संबंध उजागर हुए हैं. यह बीरनपुर और CGPSC घोटालों के बाद पिछले नौ महीनों में भाजपा सरकार की ओर से CBI को सौंपा गया तीसरा प्रमुख मामला है.

सभी दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई- डिप्टी सीएम 

डिप्टी सीएम ने कहा कि इस मामले की जांच में कोई ढील नहीं दी जाएगी और सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. इस केस के फरार आरोपी जो विदेशों में हैं उन्हें भी वापस लाने की कोशिश होगी. किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. बता दें कि इस केस में ईडी ने अब तक कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस ऐप के जरिये करीब छह हजार करोड़ रुपये के घोटाले का अनुमान है. इसमें पूर्वी सीएम भूपेश बघेल का भी नाम आ गया था.

क्या था महादेव सट्टेबाजी ऐप?

महादेव बेटिंग ऐप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया ऐप था. इस पर यूजर्स पोकर, कार्ड गेम्स, चांस गेम्स नाम से लाइव गेम खेलते थे. ऐप के जरिए क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों और चुनावों में अवैध सट्टेबाजी भी की जाती थी. अवैध सट्टे के नटवर्क के जरिए इस ऐप का जाल तेजी से फैला और सबसे ज्यादा और सबसे ज्यादा खाते छत्तीसगढ़ में खुले. इस ऐप से धोखाधड़ी के लिए एक पूरा खाका बनाया गया था.