झलकियां: जनता उखाड़ ले गई पीएम के कटआउट, गर्मी लगी तो मजार में ले ली शरण; कुत्ते पकड़े... लेकिन नहीं दिया पानी

उत्तर प्रदेश के आगरा में कोठी मीना बाजार के मैदान में बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित किया।

झलकियां: जनता उखाड़ ले गई पीएम के कटआउट, गर्मी लगी तो मजार में ले ली शरण; कुत्ते पकड़े... लेकिन नहीं दिया पानी

उत्तर प्रदेश के आगरा में कोठी मीना बाजार के मैदान में बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित किया।

उत्तर प्रदेश के आगरा में कोठी मीना बाजार के मैदान में बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित किया। पीएम ने दो चरणों के चुनाव में कम मतदान पर चिंता जताई। कहा कि आपका वोट एसपी सिंह बघेल और राजकुमार चाहर को ही नहीं मोदी को भी मिलेगा। इसलिए भीषण गर्मी और अपने जरूरी काम छोड़कर भी सात मई को मतदान करने जरूर पहुंचे।

वाहन नहीं मिले तो पुलिस ने की मदद

कोठी मीना बाजार जाने वाले रूट पर ई-रिक्शा, ऑटो प्रतिबंधित थे। इससे राहगीर परेशान हुए। कई जगह पर पुलिस ने अपने वाहनों से कुछ लोगों की मदद की।

दिव्यांग ने कहा, मोदी से ही उम्मीद
पृथ्वीनाथ फाटक के कालीचरन दिव्यांग हैं। वह जमीन पर बैठते हुए प्रधानमंत्री की जनसभा में पहुंचे थे। धूप की भी परवाह नहीं की। बताया कि उन्हें मोदी से ही उम्मीद है।
गर्मी लगी तो मजार में ले ली शरण
खंदौली के अरविंद सिंह और खेरिया मोड़ से आए वेदप्रकाश गर्मी से राहत के लिए एक मजार में बैठे थे। वह सिर पर भाजपा की टोपी लगाए थे। गले में पटका था। मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे। पूछने पर बोले, गर्मी लगी तो मजार में शरण ले ली।
स्याही वाला पेन नहीं, बैग भी किया स्कैन
वीआईपी गेट से पासधारकों को ही प्रवेश मिल रहा था। इस दौरान पेन, डायरी और बैग तक चेक किया जा रहा था। पुलिस ने स्याही वाला पेन, जेल पेन नहीं ले जाने दिया। वहीं काले कपड़े, पर्स पहनकर जाने की भी अनुमति नहीं थी। जो लोग बैग लेकर आए थे, उनकी जांच के लिए उसकी जांच के लिए स्कैनिंग मशीन लगाई गई थी। बैग को चेक करने के बाद ही अंदर ले जाने दिया जा रहा था।
कुत्ते पकड़े, मगर नहीं दिया पानी
प्रधानमंत्री के आगमन वाले रूट पर सुबह से ही नगर निगम की टीम लगी थी। सफाई के साथ ही बेसहारा पशुओं को पकड़कर ले जा रही थी। दोपहर में 12 बजे टीम ने 4 कुत्तों को पकड़ लिया। मगर, कुत्ते गर्मी बेहाल थे। उनके लिए खाने और पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं थी।