Prayagraj Kumbh 2025: शंकराचार्य-महामंडलेश्वर के साथ हिंदू संगठन लगाएंगे हिंदू आचार संहिता पर मुहर, महाकुंभ में ऐसा पहला आयोजन
Sant Samiti Meeting: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. इसी बीच सनातन धर्म से जुड़े संगठन, महामंडलेश्वर और शंकराचार्य हिंदू आचार संहिता
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. इसी बीच सनातन धर्म से जुड़े संगठन, महामंडलेश्वर और शंकराचार्य हिंदू आचार संहिता को लेकर एक अहम बैठक आयोजित करने जा रहे हैं. अखिल भारतीय संत समिति इस बैठक के लिए तैयारी कर रही है. इसमें हजारों धर्माचार्यों और विद्वानों के शामिल होने का अनुमान है. संत समिति अलग-अलग महामंडलेश्वर और हिंदू संगठनों के साथ चर्चा कर रही है.
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि हमारी प्राचीन संस्कृति और विरासत को संरक्षित और व्यवस्थित ढंग से आगे बढ़ाने के लिए हिंदू आचार संहिता पर ये बैठक की जाएगी. ये बैठक फरवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में प्रयागराज महाकुंभ में आयोजित होगी. बैठक का उद्देश्य ये सुनिश्चित करना है कि संपूर्ण विश्व के हिंदू अपने सनातन मूल से जुड़े रहें. साथ ही धार्मिक स्थलों की सुरक्षा, सनातन की पवित्रता और सात्विकता को बनाए रखने के लिए चर्चा होगी.
संत, अखाड़ा और विद्वानों की भागीदारी
काशी विद्वत परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि बैठक में अखाड़ा परिषद, अखिल भारतीय संत समिति और काशी विद्वत परिषद के साथ हजारों महामंडलेश्वर और विद्वान शामिल होंगे. बैठक में सनातन संस्कृति से जुड़े अहम विषयों पर चर्चा होगी. इस पहल का लक्ष्य हिंदू समाज को एकजुट करना और धार्मिक मूल्यों को संरक्षित करना है.
महाकुंभ में होगी ऐतिहासिक पहल
महाकुंभ 2025 न केवल श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक यात्रा का केंद्र है बल्कि सनातन धर्म की संरचना और विचारों को मजबूत करने का भी अवसर प्रदान कर रहा है. ये बैठक हिंदू समाज के लिए एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकती है.