बेतिया में सैंड आर्ट के ज़रिए मतदाता जागरूकता की अनूठी पहल, लोकतंत्र के पर्व को मिली नई कलात्मक अभिव्यक्ति
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनज़र पश्चिम चंपारण के बेतिया समाहरणालय परिसर में मतदाता जागरूकता बढ़ाने के लिए सैंड आर्ट प्रदर्शनी आयोजित की गई।
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन–2025 के मद्देनज़र मतदाता जागरूकता को रचनात्मक और प्रभावशाली रूप में सामने लाने के लिए पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया समाहरणालय परिसर में एक अनूठी पहल की गई। जिला स्वीप कोषांग द्वारा आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में सैंड आर्ट (रेत कला) के माध्यम से लोकतंत्र और मतदाता जागरूकता का सशक्त संदेश प्रस्तुत किया गया।
रेत पर उभरी यह कलाकृति न केवल अपनी सुंदरता से दर्शकों को आकर्षित कर रही थी, बल्कि लोगों को मतदान के महत्व का संदेश भी दे रही थी। इसका उद्घाटन जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने फीता काटकर किया। उद्घाटन के दौरान उपस्थित जनसमूह में उत्साह का माहौल था और सभी ने इस कलात्मक पहल की सराहना की।
जिला स्वीप कोषांग, पश्चिम चंपारण द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था—मतदान प्रतिशत में वृद्धि, मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी और लोकतंत्र के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना। समाहरणालय परिसर स्थित जिला सभागार के समीप प्रदर्शित इस रेत कला में मतदान दिवस, लोकतंत्र के उत्सव और जनसहभागिता से जुड़े संदेशों को अत्यंत कलात्मक शैली में उकेरा गया था।
उद्घाटन समारोह में जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि,
“इस तरह की कलात्मक पहलें लोकतंत्र के इस महापर्व को और अधिक जीवंत बनाती हैं। सैंड आर्ट जैसी कला न केवल देखने में सुंदर है, बल्कि यह लोगों के दिलों तक संदेश पहुँचाने का सशक्त माध्यम भी बनती है। जब कला और सामाजिक उद्देश्य एक साथ चलते हैं, तो उसका प्रभाव और भी गहरा होता है।”
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती नागरिकों की भागीदारी पर निर्भर करती है, और प्रत्येक मतदाता का एक वोट देश के भविष्य की दिशा तय करता है। उन्होंने उपस्थित नागरिकों से आग्रह किया कि वे 11 नवंबर को अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें और अधिक से अधिक मतदान कर लोकतंत्र को सशक्त बनाएं।
इस अवसर पर प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने अपनी रचना के पीछे की भावना साझा करते हुए कहा,
“इस कला का उद्देश्य विशेष रूप से युवा मतदाताओं को प्रेरित करना है। जो युवा इस बार पहली बार मतदान करने जा रहे हैं, उन्हें यह संदेश देना है कि उनका एक वोट कितना महत्वपूर्ण है। लोकतंत्र में प्रत्येक मतदाता की आवाज़ ही वास्तविक शक्ति है, और मतदान के दिन वे अपने भविष्य का निर्णय स्वयं करते हैं।”
मधुरेंद्र कुमार ने रेत पर अपने कौशल से लोकतंत्र, जिम्मेदारी और भागीदारी का जीवंत चित्र प्रस्तुत किया। उनकी इस कलाकृति में उकेरे गए नारों और प्रतीकों ने उपस्थित जनसमूह का ध्यान आकर्षित किया और उन्हें मतदान के प्रति प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम में प्रशासनिक और पुलिस विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। बेतिया के पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन, बगहा के पुलिस अधीक्षक सुशांत कुमार सरोज, अपर समाहर्ता राजीव रंजन सिंह, तथा अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) कुमार रविंद्र सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी इस अवसर पर मौजूद रहे।
जिला स्वीप कोषांग की टीम ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे लोकतंत्र के इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और अधिक से अधिक मतदान करें। टीम ने यह भी कहा कि लोकतंत्र तभी मजबूत होगा जब हर नागरिक अपनी भागीदारी को एक जिम्मेदारी की तरह निभाएगा।
इस अनूठी कलात्मक पहल ने यह साबित कर दिया कि जागरूकता केवल भाषणों से नहीं, बल्कि सृजनात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से भी जनमानस तक पहुँचाई जा सकती है। सैंड आर्ट जैसी कला विधा ने मतदाता जागरूकता को एक नया स्वरूप दिया है, जिसने न केवल दर्शकों को प्रभावित किया बल्कि उन्हें अपने नागरिक कर्तव्यों की याद भी दिलाई।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने मतदान दिवस पर सक्रिय भागीदारी का संकल्प लिया और कलाकार मधुरेंद्र कुमार तथा जिला प्रशासन के प्रयासों की प्रशंसा की। इस तरह बेतिया की यह रेत कला न केवल कला प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी, बल्कि लोकतंत्र के प्रति नागरिक चेतना को भी नई ऊर्जा प्रदान कर गई।