एटा को मिला श्री सीमेंट प्लांट का तोहफा, मुख्यमंत्री योगी ने कहा – प्रदेश में निवेश और रोजगार के नए अवसर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एटा में श्री सीमेंट प्लांट का उद्घाटन किया। 750 करोड़ की लागत से बने इस प्लांट से 500 लोगों को सीधा और 3,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। सरकार ने निवेश और रोजगार सृजन को नई दिशा दी।

एटा को मिला श्री सीमेंट प्लांट का तोहफा, मुख्यमंत्री योगी ने कहा – प्रदेश में निवेश और रोजगार के नए अवसर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार की स्पष्ट नीति, साफ नीयत और कार्य करने की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम आज प्रदेश के विकास के रूप में सामने आ रहा है। यही आत्मनिर्भर और विकसित भारत की आधारशिला है। मुख्यमंत्री जी जनपद एटा में श्री सीमेंट प्लांट के उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नई औद्योगिक नीति के अंतर्गत एटा को श्री सीमेंट प्लांट के रूप में बड़ा उपहार मिला है। जनप्रतिनिधियों की सक्रियता और रुचि के कारण आज एटा विकास की बुलंदियों को छू रहा है। यहां आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, फोर लेन कनेक्टिविटी और अनेक जनकल्याणकारी कार्यक्रम तेजी से आगे बढ़ाए जा रहे हैं। आज एटा की पहचान पावर प्लांट, सीमेंट प्लांट और "एक जनपद एक उत्पाद" योजना के अंतर्गत जलेसर के घुंघरू और घंटियों से हो रही है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि एटा के जवाहरपुर में स्थापित थर्मल पावर प्लांट से लगभग डेढ़ हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन हो रहा है। इसी क्रम में श्री सीमेंट परिवार ने पर्यावरण संरक्षण और फ्लाई ऐश के बेहतर उपयोग के लिए करीब 750 करोड़ रुपये की लागत से सीमेंट प्लांट की स्थापना की है। इस प्लांट के माध्यम से सीधे 500 लोगों को रोजगार मिला है, जबकि लगभग 3,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से काम का अवसर मिला है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्री सीमेंट प्रदेश सरकार का पुराना सहयोगी है और हमेशा निवेश को लेकर उत्सुक रहा है। बांगर परिवार ने चित्रकूट में 40 मेगावाट का पावर रिन्युएबल एनर्जी प्लांट भी स्थापित किया है। उन्हें सरकार की ओर से ओपन एक्सेस की सुविधा दी गई है, जिससे वे वहां पावर जनरेट कर यहां उसका उपयोग कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने श्री सीमेंट को भरोसा दिलाया कि सरकार द्वारा किए गए सभी वादों को समय पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्री सीमेंट केवल व्यवसाय और रोजगार सृजन ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय उत्तरदायित्व निभाने में भी अग्रणी है। अपने सीएसआर मद से कंपनी ने सेना और अर्द्धसैनिक बलों के शहीद जवानों के परिवारों के लिए नि:शुल्क सीमेंट उपलब्ध कराया है। अब तक 183 परिवारों को इसका लाभ मिल चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई जवान देश की सीमाओं या आंतरिक सुरक्षा के दौरान बलिदान देता है, तो पूरे समाज का दायित्व है कि उसके परिवार को सहारा दे। यही भावना भारत की सेना के पराक्रम और शौर्य को और मजबूत करती है।