रायपुर : महतारी वंदन योजना से आत्मनिर्भर बनी धनगांव की ज्योति
महतारी वंदन योजना से लाभ लेकर मुंगेली की ज्योति दुबे ने सिलाई व्यवसाय शुरू किया और हर माह 6 हजार रुपए कमा कर आत्मनिर्भरता की मिसाल बनीं।
सिलाई कर प्रतिमाह कमा रही 06 हजार रुपए
विष्णु के सुशासन में महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से लागू महतारी वंदन योजना ने प्रदेश की अनेक महिलाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया है। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक मजबूती के साथ आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्राप्त हो रहा है। इसी कड़ी में मुंगेली जि़ले के ग्राम धनगांव (च.) की श्रीमती ज्योति दुबे, महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की एक प्रेरक मिसाल बन चुकी हैं। आठ सदस्यीय परिवार की जिम्मेदारी संभालते हुए भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने दृढ़ संकल्प के बल पर सफलता की नई राह बनाई।
ज्योति को लगभग दो वर्ष से महतारी वंदन योजना की लाभ मिल रही है। योजना के तहत प्रतिमाह मिलने वाली राशि को जोड़कर उन्होंने सिलाई मशीन खरीदी और सिलाई का कार्य आरंभ की। शुरुआती दौर में उनके पास अपनी मशीन नहीं थी, जिसके कारण उन्हें दूसरों की मशीन से काम करनी पड़ती थी और सीमित मात्रा में ही ऑर्डर मिल पाते थी। फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और निरंतर मेहनत जारी रखी। आज ज्योति दुबे अपनी मशीन से हर महीने लगभग 05 से 06 हजार रुपए की मासिक आमदनी अर्जित कर रही हैं। वे न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर रही हैं, बल्कि अपने कार्य और आत्मविश्वास से गांव की अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दे रही हैं।
श्रीमती दुबे की यह सफलता कहानी इस बात का प्रमाण है कि जब अवसर और संकल्प एक साथ मिलते हैं, तो महिलाएं किसी भी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की नई मिसाल कायम कर सकती हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय तथा जिला प्रशासन मुंगेली को महतारी वंदन योजना का लाभ दिलाने हेतु धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस योजना से प्राप्त सहायता ने हम जैसी आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनने की दिशा में प्रोत्साहन मिला है।