अनोखी परंपरा : काशी में देवी दुर्गा की विदाई से पहले सिंदूर खेला, रीति-रिवाज से संपन्न हुआ आयोजन; देखें PHOTO

वाराणसी के चेतसिंह घाट पर रविवार की सुबह धुनुची सहित सिंदूर खेला का भव्य आयोजन हुआ। इस दौरान महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर त्योहार की बधाई दी।

अनोखी परंपरा : काशी में देवी दुर्गा की विदाई से पहले सिंदूर खेला, रीति-रिवाज से संपन्न हुआ आयोजन; देखें PHOTO
वाराणसी के चेतसिंह घाट पर रविवार की सुबह धुनुची सहित सिंदूर खेला का भव्य आयोजन हुआ। इस दौरान महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर त्योहार की बधाई दी। वहीं, भेलूपुर स्थित जिम स्पोर्टिग क्लब में बंग समाज की महिलाओं ने भी सिंदूर खेला किया। मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित करके विदाई दी गई।
आश्चे बोछोर आबर होबे... अर्थात ससुराल को विदाई देते हुए दोबारा जल्दी आने का उद्घोष बंगाली समुदाय के पंडालों में गूंज उठा। रविवार को भेलूपुर से लेकर दशाश्वमेध तक बंगाली समुदाय ने मां जगदंबा को भीगी पलकों के साथ विदाई दी। बैंड बाजे की धुन पर थिरकती हुए महिलाओं ने सिंदूर खेला की रस्म भी निभाई और जब विदाई का मौका आया तो आंखें भी छलक उठीं।