बासमती चावल की गुणवत्ता सुधारने के लिए यूपी सरकार का बड़ा कदम, 11 कीटनाशकों पर 60 दिन का प्रतिबंध

यूपी सरकार ने बासमती चावल की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए 30 जिलों में 11 कीटनाशकों पर 60 दिन का प्रतिबंध लगाया। उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई होगी।

बासमती चावल की गुणवत्ता सुधारने के लिए यूपी सरकार का बड़ा कदम, 11 कीटनाशकों पर 60 दिन का प्रतिबंध

उत्तर प्रदेश सरकार ने बासमती चावल की गुणवत्ता और उसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग को बढ़ावा देने के लिए बड़ा निर्णय लिया है। सरकार ने प्रदेश के 30 जनपदों—जिनमें मुरादाबाद भी शामिल है—में 11 कीटनाशकों के प्रयोग, बिक्री और वितरण पर 60 दिनों का प्रतिबंध लगाया है।

प्रतिबंधित कीटनाशकों में ट्राइसाइक्लाजोल, बुप्रोफेजिन, एसीफेट, क्लोरपाइरीफॉस, टेबुकोनाजोल, प्रोपिकोनाजोल, थायोमेथाक्साम, प्रोफेनोफॉस, इमिडाक्लोप्रिड, कार्बेन्डाजिम और कार्बोफ्यूरान शामिल हैं।

जिला कृषि रक्षा अधिकारी डॉ. राजेंद्र पाल सिंह ने जानकारी दी कि सभी कीटनाशक विक्रेताओं को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे इनका न तो उपयोग करें और न ही बिक्री करें। आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कीटनाशी अधिनियम 1968 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला बासमती चावल को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने और निर्यात को बढ़ावा देने में बेहद अहम साबित होगा। इससे न केवल किसानों को लाभ मिलेगा बल्कि उत्तर प्रदेश वैश्विक बाजार में बासमती चावल की विश्वसनीय पहचान को और मजबूत करेगा।