यूपी में दवा अनुसंधान को नई दिशा, नाइपर और फार्मा काउंसिल के बीच समझौता
उत्तर प्रदेश में दवा अनुसंधान और चिकित्सा उपकरण विकास को बढ़ावा देने के लिए नाइपर रायबरेली और यूपी प्रोमोट फार्मा काउंसिल के बीच समझौता हुआ। हर साल 500 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण मिलेगा।

उत्तर प्रदेश में अब दवा अनुसंधान और चिकित्सा उपकरणों के विकास को नया आयाम मिलने जा रहा है। इसके लिए यूपी प्रोमोट फार्मा काउंसिल और नाइपर रायबरेली के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता किया गया है। इस एमओयू से प्रदेश में न केवल दवा अनुसंधान को गति मिलेगी बल्कि फार्मा और चिकित्सा उपकरण उद्योग के विस्तार में भी तेजी आएगी।
समझौते के तहत हर साल 500 से अधिक छात्रों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इससे राज्य में दवाओं और उपकरणों के निर्माण की दिशा में नई तकनीक और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
इस मौके पर यूपी प्रोमोट फार्मा काउंसिल की प्रबंध निदेशक कृतिका शर्मा और नाइपर रायबरेली की निदेशक प्रो. सुभिनी ए. सराफ ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार अवनीश अवस्थी ने कहा कि यह समझौता प्रदेश में फार्मा और मेडिकल उपकरण क्षेत्रों के विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। इससे न केवल छात्रों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे बल्कि प्रदेश की पहचान फार्मा सेक्टर में और मजबूत होगी।