सेवा करने वाले हाथ, पूजा करने वाले हाथ से ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं - जिला प्रधान न्यायाधीश श्री सिंह
सेवा करने वाले हाथ पूजा करने वाले हाथ से ज्यादा महत्त्वपूर्ण होते हैं। उक्त विचार जिला प्रधान न्यायाधीश श्री अरुण कुमार सिंह ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला प्रशासन अधिवक्ता संघ के द्वारा संयुक्त तत्वाधान में आयोजित विशाल रक्तदान शिविर के अवसर पर व्यक्त किए।

सभी प्रकार के दानों से बड़ा दान रक्तदान है - कलेक्टर श्री आर्य रक्तदान शिविर संपन्न
सेवा करने वाले हाथ पूजा करने वाले हाथ से ज्यादा महत्त्वपूर्ण होते हैं। उक्त विचार जिला प्रधान न्यायाधीश श्री अरुण कुमार सिंह ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला प्रशासन अधिवक्ता संघ के द्वारा संयुक्त तत्वाधान में आयोजित विशाल रक्तदान शिविर के अवसर पर व्यक्त किए।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री दीपक आर्य, अध्यक्ष जिला अधिवक्ता संघ श्री अंकलेश्वर दुबे, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय श्री अतुल खंडेलवाल, विशेष न्यायाधीश श्री प्रदीप सोनी, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री मनीष भट्ट, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती किरण तुमराचे धुर्वे, अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पी.सी. शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी श्री विजय डहेरिया, सिटी मजिस्ट्रेट श्री राजेश सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ममता तिमोरे सिविल सर्जन डॉ. जयंत, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री योगेश बंसल, तहसीलदार श्री रोहित रघुवंशी, श्री दुर्गेश तिवारी सहित अन्य न्यायिक सेवा के अधिकारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में जन समुदाय मौजूद था।
विशाल रक्तदान शिविर के अवसर पर जिला प्रधान न्यायाधीश श्री अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सेवा करने वाले हाथ पूजा करने वाले हाथ से अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। क्योंकि जनसेवा से दूसरों के काम बन जाते हैं और उनके चेहरों पर मुस्कान आती है। इसी प्रकार हम सबको अपनी इच्छा से रक्तदान करना चाहिए। जिससे कि आवश्यकता वाले व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान के साथ उसकी जिंदगी बचाई जा सके।
श्री अरुण कुमार सिंह ने कहा कि जब हमें किसी की सेवा करने का अवसर मिलता है तो हमें उसकी सेवा अवश्य करना चाहिए। क्योंकि सेवा ही सिद्धि के द्वार खोलती है। उन्होंने कहा कि रक्तदान से किसी की जिंदगी बचाकर उसके मुख पर मुस्कुराहट लाने का कार्य हम कर सकते हैं तो हमें अवश्य करना चाहिए ।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने कहा कि सभी दानों से बढ़कर रक्तदान होता है। इसलिए हमें समय-समय पर रक्तदान कर एक पुण्य का कार्य अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान करने से व्यक्ति के शरीर में रक्त की कमी नहीं होती और रक्त तेजी से और बन जाता है। उन्होंने कहा कि एक यूनिट रक्त किसी की जिंदगी में नई जिंदगी ला सकता है।
इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री अंकलेश्वर दुबे ने कहा कि रक्त की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सक्षम व्यक्ति को रक्तदान अवश्य करना चाहिए। रक्तदान शिविर लगाकर अधिवक्ता संघ ने न केवल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला प्रशासन का सहयोग किया है बल्कि उन जरूरतमंद लोगों की मदद करने में यह रक्तदान शिविर सहायक सिद्ध होगा।
62 बार रक्तदान कर चुके श्री समीर जैन ने कहा कि मैं रक्तदान करने एवं करने के लिए जागरुक करने का कार्य 32 वर्षों से कर रहा हूं। मैंने स्वयं 62 बार रक्तदान कर आवश्यकता वाले व्यक्तियों को रक्त देकर उनके चेहरे पर मुस्कुराहट लाने का कार्य किया है और मैं करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि सागर में चार जगह ब्लड बैंक संचालित है जहां से भी मुझे सूचना आती है, वहां मैं पहुंचकर रक्तदान करता हूं। रक्तदान शिविर में 104 यूनिट रक्त को एकत्र किया गया, जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य, अधिवक्ता संघ के सदस्य, अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट श्री राजेश सिंह, तहसीलदार श्री रोहित रघुवंशी सहित अन्य जनप्रतिनिधि अधिकारियों एवं अधिवक्ताओं ने रक्तदान किया।
मंच संचालन आदर्श सूर्यवंशी एवं कुमारी सांभवि एवं आभार सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री मनीष भट्ट ने किया। पवन जैन सचिव रक्तदान महादान ग्रुप सागर एवं विजय जैन अध्यक्ष , सोनू जैन ,परिचित ,राहुल ,साहिल एवं भावेश गुप्ता ( अपराजित मददगार योद्धा समाज कल्याण समिति, सागर मौजूद थे।