ये Dosti हम नहीं छोड़ेंगे, आर‍िफ के बाद अब अफरोज, जानें बड़ी द‍िलचस्‍प है सारस से फ्रेंडश‍िप की कहानी

afroz saras friendship viral news: उत्‍तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के लंभुआ तहसील के छतौना गांव के रहने वाले अफरोज नेपाली के पिता सफीक खान नेपाली के साथ कुछ साल पहले सारस रहता था. पिता के साथ रहने वाले सारस की मौत एक दुर्घटना में एक साल पहले हो गई थी. सारस उर्फ स्वीटी की मौत पर अफरोज के पिता सफीक नेपाली को दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद वह हर समय स्वीटी और सारस को लेकर चिंता में रहा करते थे. अमेठी जिले के मंडखा गांव के रहने वाले मो आरिफ और सारस की दोस्ती सोशल मीडिया और अखबारों में सुर्खियां बंटोर ही रही थी कि पड़ोसी जनपद सुलतानपुर में भी सारस और अफरोज की नई दोस्ती चर्चा में बनी हुई है.

ये Dosti हम नहीं छोड़ेंगे, आर‍िफ के बाद अब अफरोज, जानें बड़ी द‍िलचस्‍प है सारस से फ्रेंडश‍िप की कहानी
afroz saras friendship viral news: उत्‍तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के लंभुआ तहसील के छतौना गांव के रहने वाले अफरोज नेपाली के पिता सफीक खान नेपाली के साथ कुछ साल पहले सारस रहता था. पिता के साथ रहने वाले सारस की मौत एक दुर्घटना में एक साल पहले हो गई थी. सारस उर्फ स्वीटी की मौत पर अफरोज के पिता सफीक नेपाली को दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद वह हर समय स्वीटी और सारस को लेकर चिंता में रहा करते थे. अमेठी जिले के मंडखा गांव के रहने वाले मो आरिफ और सारस की दोस्ती सोशल मीडिया और अखबारों में सुर्खियां बंटोर ही रही थी कि पड़ोसी जनपद सुलतानपुर में भी सारस और अफरोज की नई दोस्ती चर्चा में बनी हुई है.