दुर्गा पूजा 2025: मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश, शांति और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
बिहार सरकार ने दुर्गा पूजा 2025 को शांतिपूर्ण और भव्य बनाने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में हुई बैठक में पुलिस, प्रशासन और जिलाधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए।

पटना। आगामी दुर्गा पूजा पर्व 2025 के सफल, भव्य और शांतिपूर्ण आयोजन के लिए बिहार सरकार ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। शुक्रवार को मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी जिलों के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, डीआईजी, आईजी, प्रमंडलीय आयुक्त और रेलवे एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए।
कानून-व्यवस्था और सुरक्षा पर फोकस
बैठक में दुर्गा पूजा के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने, भीड़ प्रबंधन, संवेदनशील क्षेत्रों की सुरक्षा और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग पर विस्तृत चर्चा की गई। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य के प्रमुख पूजा पंडालों और पर्यटन स्थलों पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी।
मूर्ति स्थापना और लाइसेंस की अनिवार्यता
मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी मूर्ति स्थापना से पहले आयोजक संस्था को लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा। साथ ही, स्थानीय जिलाधिकारी और एसपी स्थापना स्थल का पूर्व निरीक्षण करेंगे, ताकि किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक तनाव या हिंसा की संभावना को रोका जा सके।
पूजा पंडालों पर सख्त निगरानी
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हर प्रमुख पंडाल पर थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती होगी।
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फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, CCTV कैमरे और अन्य जरूरी सेवाएं उपलब्ध रहेंगी।
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डीजे की ध्वनि सीमा तय की जाएगी।
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पुलिसकर्मियों को फुल बॉडी प्रोटेक्टर, हेलमेट और नाइट विज़न डिवाइस से लैस किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी
भड़काऊ पोस्ट और आपत्तिजनक टिप्पणियों पर निगरानी के लिए पुलिस थानों को निर्देश दिए गए हैं। ऐसे मामलों की तुरंत रिपोर्ट दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने का आदेश है।
शांति समिति की भूमिका
सभी जिलों में शांति समिति की बैठकें आयोजित की जाएंगी। इस बार समितियों में नए और युवा सदस्यों को भी शामिल किया जाएगा, ताकि भाईचारे और सद्भाव का वातावरण मजबूत हो।
नेपाल सीमा जिलों को विशेष सतर्कता
मुख्य सचिव ने नेपाल में हाल की घटनाओं को देखते हुए नेपाल सीमा से सटे जिलों को विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए।
विसर्जन के दौरान सुरक्षा
विसर्जन के समय किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए:
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जुलूस की वीडियोग्राफी अनिवार्य होगी।
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केवल पंजीकृत सदस्य ही विसर्जन जुलूस में शामिल हो सकेंगे।
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पत्थरबाज़ी और अशांति की घटनाओं से बचाव हेतु भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में डीजीपी श्री विनय कुमार, एडीजी श्री कुंदन कृष्णन और विशेष सचिव श्रीमती के. सुहिता अनुपम सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्य सचिव ने सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे सजगता, सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। उन्होंने जोर दिया कि दुर्गा पूजा का आयोजन पूरे राज्य में शांति, सौहार्द और भव्यता के साथ होना चाहिए।