बसों का घंटों करना पड़ा इंतजार, यात्री रहे परेशान
गुरुग्राम में द्वारिका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन कार्यक्रम में सोनीपत डिपो व गोहाना सब डिपो से 100 बसें प्रशासनिक ड्यूटी में भेजने के कारण सोमवार को यात्रियों को परेशान होना पड़ा।

गुरुग्राम में द्वारिका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन कार्यक्रम में सोनीपत डिपो व गोहाना सब डिपो से 100 बसें प्रशासनिक ड्यूटी में भेजने के कारण सोमवार को यात्रियों को परेशान होना पड़ा।
सोनीपत। गुरुग्राम में द्वारिका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन कार्यक्रम में सोनीपत डिपो व गोहाना सब डिपो से 100 बसें प्रशासनिक ड्यूटी में भेजने के कारण सोमवार को यात्रियों को परेशान होना पड़ा। बसों की कमी के चलते बस अड्डे पर विभिन्न रूट पर जाने वाले यात्रियों को बसों के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। लंबे इंतजार के बाद जो भी बस आती तो उसमें चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की करना पड़ा। बस अड्डे पर दिन भर यही स्थिति बनी रही।
बसों की कमी के चलते कई लोकल रूट बंद रहे तो कुछ रूटों पर बसों के फेरे कम कर दिए गए। यात्रियों को प्राइवेट वाहनों पर निर्भर रहना पड़ा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को द्वारका में एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम को लेकर सोनीपत बस डिपो व गोहाना सब डिपो से 50-50 बसों की मांग की गई थी। रोडवेज अधिकारियों ने रविवार सुबह ही सोनीपत बस डिपो से 50 बसों को पलवल और गाेहाना सब डिपो से 50 बसों को गुरुग्राम भेज दिया था। ऐसे में सोमवार को बस अड्डे पर पहुंचे यात्रियों को काफी दिक्कत झेलनी पड़ी। रोडवेज अधिकारियों ने सोनीपत से चंडीगढ़, कटरा, शिमला सहित अन्य लंबे रूटों पर सुबह ही बसों का रवाना कर दिया था। जबकि सोनीपत से फरमाणा व गन्नौर सहित कई अन्य लोकल रूटों पर बसों का परिचालन बंद करना पड़ा। वहीं कुछ लोकल रूटों से बसों के फेरे कम कर दिए। बस अड्डे में आने वाले यात्री दिन भर बसों के लिए भटकते रहे।
खानपुर रूट से हटाई तीन बसें
सोनीपत बस अड्डे में बसों की कमी होने के कारण खानपुर रूट पर जाने वाली छह बसों में से तीन बसों का ही परिचालन किया गया। इसके चलते खानपुर मेडिकल कॉलेज में आने-जाने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। बड़ौत रूट पर भी बस सेवाएं प्रभावित रहीं। लोकल रूटों पर चलने वाली बसों में भारी भीड़ रही। यात्रियों को बस में चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की करनी पड़ी। भीड़ होने के चलते कुछ यात्री चढ़ ही नहीं सकें जबकि कई यात्रियों को बसों के गेट पर लटककर सफर करना पड़ा।
26 बसों के सहारे व्यवस्था संभालने का किया प्रयास
गोहाना। गोहाना सब डिपो में 76 बसें हैं, जिनमें किलोमीटर योजना की 28 बसें शामिल हैं। इनमें से 50 बसें प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में प्रशासनिक ड्यूटी पर भेजी गईं । ऐसे में रोडवेज के पास महज 26 बसें ही बची थी। इन बसों को विभिन्न रूटों पर चलाया गया। बसों की कमी के चलते यात्रियों को सोनीपत, रोहतक, पानीपत, जींद, सफीदों, जुलाना समेत लोकल रूटों पर बसों के लिए इंतजार करना पड़ा। रोडवेज के डीआई तेलूराम ने बताया कि सोमवार रात को बसे वापस पहुंच जाएगी। जिसके बाद मंगलवार से बसों का परिचालन सामान्य हो जाएगा।
बोले यात्री
-मैं सफीदों जाने के लिए बस अड्डे पर आया था। दो घंटे से बस का इंतजार कर रहा हूं। बस अड्डे में रोडवेज की कोई बस नहीं है। काफी इंतजार के बाद अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ेगा। रोडवेज अधिकारियों को उचित व्यवस्था करती चाहिए, ताकि यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।-दयाल सिंह, खेड़ी तेगा
-मैं गोहाना से जुलाना जाने के लिए बस अड्डे पर आया था। बस अड्डा में जुलाना के लिए कोई बस नहीं मिली। पूछताछ केंद्र पर पूछताछ की तो बसें नहीं होने के बात कह रहे हैं। दो घंटे इंतजार करने के बाद अब बस अड्डा के बाहर से जुलाना जाने वाले अन्य वाहनों की तलाश कर रहा हूं, ताकि समय से पहुंच सकूं।-सत्यवान, गोहाना।
वर्जन
सोनीपत डिपो से रोडवेज बसों के प्रशासनिक ड्यूटी पर भेजे जाने के बाद कई रूटों पर परिवहन सेवाएं बाधित रही हैं। रूटों पर चलने वाली बसों में भी सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ रही। यात्रियों को परेशानी न हो, इसके लिए कारगर कदम उठाए गए हैं। जिस रूट पर भी यात्रियों की संख्या अधिक होती, उसी रूट पर बस को रवाना किया गया है। -वीरेंद्र, डीआई, रोडवेज डिपो, सोनीपत।