RBI News Update: भरपूर पैसे से गुलजार होंगे खपत के बाजार, आरबीआई भेज रही डेढ़ लाख करोड़, ऐसे उठाएं फायदा
Indian Economy Liquidity: लोगों के हाथ में पैसे की कमी से खपत कम हो रहा है. इस कारण कंज्यूमर बाजार में रौनक नहीं है.
लोगों के हाथ में पैसे की कमी से खपत कम हो रहा है. इस कारण कंज्यूमर बाजार में रौनक नहीं है. ऐसी स्थिति में कंपनियों के मुनाफे कम हो रहे हैं. इसकी मार शेयर बाजार पर पड़ रही है. इस कारण विदेशी निवेशक पैसा निकालकर भाग रहे हैं और डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हो रहा है. ओवरऑल इंडियन इकोनॉमी को इसका नुकसान हो रहा है. इन सारी चुनौतियों से निपटने के लिए रिजर्व बैंक ने एक तलवार से एकसाथ कई वार करने की ठानी है. रिजर्व बैंक लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए बाजार में डेढ़ लाख करोड़ रुपये भेजने जा रहा है. आखिरकार इससे लोगों के हाथ में पैसा आएगा तो खपत बढ़ेगी. फिर कंपनियो के मुनाफा बढ़ने से शेयर बाजार गुलजार होगा और पूरी भारतीय अर्थव्वस्था को इससे फायदा होगा.
रिजर्व बैंक बाजार में ऐसे बढ़ाएगा लिक्विडिटी
सोमवार को रिजर्व बैंक ने कोरोना के बाद बाजार में लिक्विडिटी बढ़ाने के सबसे बड़े प्लान की घोषणा की. इसके तहत एक ओर जहां सरकारी बॉन्ड को बायबैक कर मनी मार्केट में पैसे का फ्लो कराएगा, वहीं डॉलर बेचकर लगातार कमजोर होते रुपये को संकट से उबारने की कोशिश करेगा. रिजर्व बैंक के इस कदम को फरवरी में रेपो रेट में संभावित कमी के नजरिए से भी देखा जा रहा है. इसका मकसद भारत के फाइनेंशियल सिस्टम को मजबूती प्रदान करना और बाजार में मॉनीटरी के संचार को बढ़ावा देना है.
तीन चरणों में बायबैक करेगी 60 हजार के बॉन्ड
रिजर्व बैंक लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए बाजार में तीन चरणों में 60 हजार करोड़ के बॉन्ड का बायबैक करेगी. इसके लिए 30 जनवरी, 13 फरवरी और 20 फरवरी की तारीख तय की गई है. इसके अलावा सात फरवरी को 56 दिन के वेरियेबल रेट पर 50 हजार करोड़ के रेपो नीलाम करेगी. इसके अलावा अगले छह महीने में पांच अरब डॉलर के रुपये और डॉलर की स्वैपिंग करेगी. हाल ही में प्राइवेट बैंकों के प्रमुखों के साथ बैठक में रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने फाइनेंशियल स्टेबिलिटी मेंटेन रखने और फाइनेंशियल इनक्लूजन बढ़ाने पर जोर दिया था.