गया जी धाम में पितृपक्ष मेला प्रारंभ, हजारों श्रद्धालु करेंगे पिंडदान
गया जी धाम में पितृपक्ष मेला शुरू हो गया है। देश-विदेश से आए श्रद्धालु 21 सितंबर तक पिंडदान और श्राद्ध करेंगे। प्रशासन ने सभी व्यवस्थाएं पूरी की हैं।

पित्रों की मोक्ष स्थली के रूप में विख्यात गया जी धाम में आज से पंद्रह दिनों तक चलने वाला पितृपक्ष मेला प्रारंभ हो गया है। इस अवसर पर देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु अपने पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष की कामना के लिए यहां पहुंच रहे हैं। जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
उद्घाटन समारोह का आयोजन विष्णुपद मंदिर प्रांगण में किया गया, जहां एक भव्य पंडाल बनाया गया है। पूरे मेले के दौरान इस पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम, धार्मिक प्रवचन और अन्य आयोजन आयोजित किए जाएंगे।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विष्णुपद मंदिर से जुड़े सभी मार्गों की सफाई, बिजली व्यवस्था और सजावट की गई है। मार्गों को आकर्षक कृत्रिम रोशनी से सजाया गया है, जिससे मेला स्थल का वातावरण और भी भक्तिमय हो गया है।
पिंडदान के प्रमुख स्थलों जैसे देवघाट, सीताकुंड घाट, पितामहेश्वर घाट, अक्षयवट, प्रेतशिला और रामशिला पर विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। प्रमुख तालाबों और तीर्थ स्थलों पर स्वच्छता, सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा का भी खास ख्याल रखा गया है।
विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य और वरिष्ठ गयावाल पंडा महेश लाल गुप्त ने जानकारी दी कि पितृपक्ष मेले का शुभारंभ 6 सितंबर को हुआ है, जबकि पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध और अन्य धार्मिक कर्मकांड 7 सितंबर से 21 सितंबर तक संपन्न होंगे।
उन्होंने कहा कि गया जी में पिंडदान की परंपरा केवल धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि पितरों के प्रति श्रद्धा और आत्मिक शांति का प्रतीक है। गुप्त ने जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया और श्रद्धालुओं से इस आध्यात्मिक आयोजन में शामिल होने का आह्वान किया।