उत्तर प्रदेश में साइबर सुरक्षा को नई मजबूती, योगी आदित्यनाथ ने किया इंटरनेशनल साइबर समिट का शुभारंभ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में इंटरनेशनल साइबर समिट का उद्घाटन किया। सभी जिलों को मोबाइल फॉरेंसिक वैन की सौगात, अपराधियों पर 48 घंटे में शिकंजा कसने की तैयारी।
लखनऊ में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओरांव दारोगा खेड़ा स्थित उत्तर प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज में तीन दिवसीय इंटरनेशनल साइबर समिट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की तकनीकी क्षमता को और मजबूत करने के लिए कई अहम घोषणाएं कीं।
उन्होंने सभी 75 जिलों और पुलिस कमिश्नरेट्स के लिए मोबाइल फॉरेंसिक वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अपराधियों को पकड़ने के लिए वर्षों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा, बल्कि 24 से 48 घंटे के भीतर अपराधी कानून की गिरफ्त में होंगे।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि वर्ष 2017 से पहले प्रदेश में केवल चार फॉरेंसिक लैब थीं, जिसके चलते साक्ष्य समय पर सुरक्षित नहीं रह पाते थे और अपराधियों को सजा नहीं मिल पाती थी। लेकिन अब प्रत्येक रेंज में फॉरेंसिक लैब की स्थापना की गई है और 12 नई लैब भी शुरू हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों से निपटने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इससे प्रदेश की कानून-व्यवस्था और मजबूत होगी तथा अपराधियों पर कड़ी लगाम लगेगी। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यह इंटरनेशनल साइबर समिट साइबर सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर साबित होगी।