कफ सिरप से मासूमों की मौत: छिंदवाड़ा में 14 बच्चों की जान गई, राज्यभर में बिक्री पर रोक

छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने से 14 बच्चों की मौत, राज्य सरकार ने सिरप पर प्रदेशव्यापी प्रतिबंध लगाया। डॉक्टर और निर्माता कंपनी पर एफआईआर दर्ज, एक डॉक्टर गिरफ्तार।

कफ सिरप से मासूमों की मौत: छिंदवाड़ा में 14 बच्चों की जान गई, राज्यभर में बिक्री पर रोक

छिंदवाड़ा जिले में कफ सिरप पीने से बच्चों की किडनी फेलियर के मामलों ने जन स्वास्थ्य तंत्र को झकझोर कर रख दिया है। अब तक 14 बच्चों की मौत की पुष्टि हुई है। एडीएम धीरेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री द्वारा घोषित चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। मृतकों में 11 बच्चे परासिया, 2 बच्चे छिंदवाड़ा शहर और 1 बच्चा चौरई क्षेत्र का है।

अभी भी 8 बच्चे अस्पतालों में भर्ती हैं — जिनमें 4 सरकारी अस्पताल, 1 एम्स भोपाल और 3 निजी अस्पतालों में उपचाररत हैं। प्रशासन की टीमों ने सक्रियता दिखाते हुए मेडिकल दुकानों की जांच शुरू कर दी है। ड्रग इंस्पेक्टरों की टीमें प्रतिबंधित दवाओं के नमूने लेकर स्टॉक हटाने और कार्रवाई की प्रक्रिया में जुटी हैं।

राज्य सरकार ने पूरे मध्यप्रदेश में कफ सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही निर्माता कंपनी और संबंधित डॉक्टरों पर एफआईआर दर्ज की गई है। प्रशासन ने पुष्टि की कि डॉ. प्रवीण सोनी को पुलिस ने कल रात गिरफ्तार कर लिया है।

प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को सतर्क करते हुए फार्मेसियों और दवा वितरण केंद्रों की सघन जांच के आदेश दिए हैं, ताकि प्रतिबंधित सिरप की बिक्री पूरी तरह रोकी जा सके।