पूर्व सीएम शिबू सोरेन का निधन, प्रधानमंत्री मोदी ने हेमंत सोरेन से की बात
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम संस्थापक शिबू सोरेन का दिल्ली में निधन हो गया। प्रधानमंत्री मोदी ने शोक व्यक्त किया। जानिए उनके जीवन और संघर्ष की कहानी।

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक शिबू सोरेन का सोमवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से झारखंड समेत पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिबू सोरेन के निधन पर गहरा शोक जताया और उनके पुत्र एवं वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से फोन पर बात कर संवेदना प्रकट की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “शिबू सोरेन एक जमीनी नेता थे जिन्होंने गरीबों, आदिवासियों और वंचितों के उत्थान के लिए जीवनभर संघर्ष किया। उनके निधन से गहरा दुख हुआ है।”
शिबू सोरेन का पूरा जीवन सामाजिक न्याय, आदिवासी अधिकारों और क्षेत्रीय पहचान के लिए समर्पित रहा। झारखंड राज्य के गठन में उनकी भूमिका ऐतिहासिक रही। उन्होंने वर्षों तक आदिवासी समाज की आवाज संसद तक पहुंचाई।
Shri Shibu Soren Ji was a grassroots leader who rose through the ranks of public life with unwavering dedication to the people. He was particularly passionate about empowering tribal communities, the poor and downtrodden. Pained by his passing away. My thoughts are with his…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 4, 2025
उनका जन्म 11 जनवरी 1944 को बिहार के हजारीबाग जिले में हुआ था। उन्हें 'दिशोम गुरु' और 'गुरुजी' के नाम से भी जाना जाता था। आदिवासियों के शोषण के खिलाफ उन्होंने लंबा आंदोलन चलाया। 1977 में उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। इसके बाद 1980 से वह कई बार सांसद बने और राष्ट्रीय राजनीति में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।
वे तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री भी बने (2005, 2008, 2009), हालांकि कोई भी कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। उनके निधन पर झारखंड में शोक की लहर है और तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
शिबू सोरेन के योगदान को सदैव याद किया जाएगा।