श्रावणी मेले की तैयारियों का जिलाधिकारी ने लिया जायज़ा, कांवड़ियों ने व्यवस्था को बताया उत्तम

श्रावणी मेला 2025 की तैयारियों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने मेला क्षेत्र में सफाई, सुरक्षा और आवासीय व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।

श्रावणी मेले की तैयारियों का जिलाधिकारी ने लिया जायज़ा, कांवड़ियों ने व्यवस्था को बताया उत्तम

श्रावणी मेले के लिए प्रशासन जुटा तैयारियों में
विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेले की तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने शुक्रवार को मेला क्षेत्र के कई महत्वपूर्ण स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने धांधी बेलारी स्थित सरकारी धर्मशाला, नमामि गंगे घाट और कृष्णगढ़ जैसे इलाकों का दौरा कर सफाई, पेयजल, शौचालय, आवासीय सुविधा, सूचना केंद्र और प्रदर्शनी जैसी व्यवस्थाओं का गहन अवलोकन किया।

धर्मशाला में विश्राम कर रहे कांवड़ियों से संवाद कर जिलाधिकारी ने व्यवस्थाओं की जानकारी ली। अधिकांश कांवड़िये सेवा और सुविधा से संतुष्ट दिखे और प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।

पर्यटन विभाग के जर्मन हैंगर को मिले कांवड़ियों से 10 में से 10 अंक
खूब लाल महावीर महाविद्यालय परिसर में पर्यटन विभाग द्वारा बनाए गए जर्मन हैंगर का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने वहां की व्यवस्थाओं की सराहना की। यहां ठहरे कांवड़ियों ने विश्राम और साफ-सफाई की तारीफ करते हुए इसे बेहतरीन बताया और प्रशासन को पूरे अंक दिए।

नमामि गंगे घाट पर सुरक्षा और सफाई व्यवस्था का मूल्यांकन
नमामि गंगे घाट पर गंगा के जलस्तर की निगरानी के साथ-साथ जिलाधिकारी ने बेरीकेडिंग, नावों की तैनाती और मोटरबोट से गश्ती कर रही SDRF व गोताखोर टीमों की तैयारियों का निरीक्षण किया। घाट पर जमा पानी की सफाई को लेकर नगर परिषद को वाइपर मशीन से नियमित सफाई के निर्देश दिए गए।

उन्होंने पंडितों की चौकियों की सुव्यवस्थित स्थापना और आवाजाही की सुविधा सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि चौकियों के नीचे की सफाई की जिम्मेदारी संबंधित पंडा समाज की होगी और संपूर्ण मेला अवधि तक स्वच्छता व्यवस्था बनाए रखी जाए।

श्रावणी मेले के सुचारु आयोजन के लिए प्रशासनिक अमला पूरी तरह सक्रिय है, और श्रद्धालुओं को सुविधाजनक अनुभव देने के लिए हर स्तर पर निगरानी और सुधार किया जा रहा है।